Indian Railways: ट्रेनों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने उठाया बड़ा कदम, AI आधारित इस प्रणाली से रुकेगी रेल दुर्घटना
नई दिल्ली, एजेंसी: स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ (kavach train protection system)1500 किमी रूट पर पूरी तरह स्थापित की जा चुकी है। ‘कवच’ चलती ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए स्वचालित रेल सुरक्षा प्रणाली है। इसे तीन भारतीय वेंडरों के सहयोग से रिसर्च डिजाइन और स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है।
तीन हजार किमी रूट पर तेजी से स्थापित की जा रही प्रणाली
पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमने कवच प्रणाली पर 2016 में काम शुरू किया और 2020 तक इसका पायलट कार्य, परीक्षण, संशोधन और संवर्द्धन किया गया। 2022 की शुरुआत से इसे रूटों पर स्थापित किया जा रहा है। मुंबई-हावड़ा और दिल्ली-हावड़ा के तीन हजार किमी रूट पर इस प्रणाली को तेजी से स्थापित किया जा रहा है। ट्रेनों में टक्कर रोधी प्रणाली स्थापित करने की वकालत करने वाली बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर रेल मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता दिनेश त्रिवेदी जी, जो बाद में रेल मंत्री बने, ने ही रेल मंत्री के रूप में बनर्जी द्वारा शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट को पूरी तरह विफल घोषित कर दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि ट्रेन हादसों में हाथियों की मौत रोकने के लिए वन क्षेत्रों से गुजरने वाले 700 किमी रूट पर एआइ आधारित निगरानी प्रणाली स्थापित की जाएगी।
कोविड के बाद ट्रेनों में यात्री घटने की रिपोर्ट की खारिज
कोविड के बाद ट्रेनों में यात्रियों की संख्या घटने की रिपोर्ट को खारिज करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत में रेलवे 650 से 700 करोड़ यात्री यातायात के आंकड़े को छू लेगा। मंत्री ने इंटरनेट मीडिया पर 2010 की तुलना में ट्रेनों में यात्रियों की संख्या आधी होने वाली रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज किया।
3,000 किलोमीटर लंबे रूट के लिए मंगाया टेंडर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने दिसंबर, 2022 में 3,000 किलोमीटर मार्ग पर इसकी स्थापना के लिए निविदा जारी की और प्रगति रिपोर्ट बहुत उत्साहजनक है। रेडियो सर्वेक्षण और रेडियो डिजायन का काम 98 प्रतिशत पूरा हो चुका है। स्टेशन कवच की स्थापना का काम 33 प्रतिशत पूरा हो चुका है, ट्रैक के किनारे टावर की स्थापना का काम 58 प्रतिशत पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि 4G और 5G आधारित अगली पीढ़ी की कवच प्रणाली भी विकसित की गई है। इसे दिसंबर, 2023 या जनवरी, 2024 में रेलवे 3,000 किलोमीटर मार्ग पर इसे स्थापित करने के लिए एक निविदा जारी करेगा। वैष्णव ने कहा कि अगले साल मई-जून में हम कवच को 6,000 किलोमीटर रेल मार्ग पर लगाने के लिए एक और निविदा जारी करेंगे।
क्या है कवच सिस्टम
‘कवच’ चलती ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। इसे तीन भारतीय कंपनियों के सहयोग से अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है। ‘कवच’ न सिर्फ ट्रेन के चालक को खतरे में सिग्नल पास करने और तेज गति से गाड़ी चलाने से बचाव में मदद करता है बल्कि इससे खराब मौसम के दौरान ट्रेन चलाने में भी मदद मिलती है। इस तरह ट्रेन परिचालन की सुरक्षा और दक्षता बढ़ती है।