Raja raghuvanshi And Sonam : सोनम के सामने हुआ पति राजा रघुवंशी का मर्डर:चीखकर कहा- मार दो इसे; प्रेमी राज के लिए कराई पति की हत्या

इंदौर : Raja raghuvanshi And Sonam News: हनीमून पर शिलांग गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या और पत्नी सोनम के लापता होने के मामले ने सोमवार को स्तब्ध कर देने वाला मोड़ लिया। जिस सोनम की तलाश के लिए सीबीआइ जांच की मांग की जा रही थी, उसी ने विवाह के महज 13 दिनों बाद प्रेमी से मिलकर पति की हत्या करा दी। पुलिस के अनुसार पूरे षड्यंत्र की सूत्रधार सोनम ही है। रविवार रात उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में पहुंची सोनम ने ढाबा मालिक के फोन से अपने भाई गोविंद से बात की। गोविंद ने ढाबा मालिक से पुलिस की मदद लेने को कहा। इसके बाद पुलिस ने पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

राजा और सोनम उर्फ बिट्टी रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम ने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ रहने के लिए शादी के छह दिन बाद ही पति को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रच डाला। 20 मई को पति को हनीमून के लिए मेघालय ले जाने के बाद उसने राज के तीन दोस्तों को वहां बुला लिया। सोनम ही हत्यारों को अपनी लोकेशन लगातार दे रही थी। 23 मई को शिलांग के ईस्ट खासी हिल्स क्षेत्र में आरोपितों ने सोनम के सामने ही राजा के सिर के पिछले हिस्से पर डाव (पूर्वोत्तर में इस्तेमाल होने वाला चाकूनुमा हथियार) से वार किए।  राजा गिर गया तो उसकी चेन, अंगूठी, ब्रेसलेट निकालने के बाद सोनम और तीनों हत्यारोपितों ने उसे खाई में फेंक दिया।

मेघालय और इंदौर पुलिस ने सोनम, प्रेमी राज सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि 23 मई से जब स्वजन का संपर्क राजा-सोनम से नहीं हो पाया तो तलाश होने लगी। दो जून को राजा का शव मिला था। दोनों परिवार सोनम के लौटने का इंतजार कर रहे थे। रविवार देर रात गाजीपुर के ढाबे से सोनम को हिरासत में लेने के पहले शिलांग पुलिस और इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम राज, उसके दोस्त विशाल उर्फ विक्की, आकाश और आनंद को पकड़कर पूरे मामले की कड़ियां जोड़ चुकी थीं।

सोनम लोकेशन बताती रही

 

राज सोनम के पिता के प्लाईवुड कारोबार में ही बिलिंग का काम करता था। पुलिस के अनुसार पांच वर्ष छोटे राज का सोनम से तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे। पिता को हृदय संबंधी बीमारी की वजह से सोनम यह परिवार को बताने का साहस नहीं जुटा सकी। उधर, माता-पिता ने मैट्रिमोनियल साइट पर राजा का बायोडाटा देखा और रिश्ता पक्का कर दिया। सोनम ने शादी तो कर ली, मगर वह इससे खुश नहीं थी। 17 मई को उसने राज से बात कर तय कर लिया कि राजा को रास्ते से हटाना पड़ेगा। राज ने अपने दोस्त विशाल, आकाश और आनंद को इसके लिए तैयार किया और उन्हें 21 मई को ट्रेन से गुवाहाटी भेजा।

राजा-सोनम के साथ वे तीनों भी शिलांग पहुंच गए। सोनम लगातार उन्हें लोकेशन भेज रही थी। आरोपितों ने ईस्ट खासी हिल्स क्षेत्र से 400 रुपये में डाव खरीदा। घूमने के दौरान तीनों ने हिंदी भाषी और मध्य प्रदेश का बताकर राजा से दोस्ती भी कर ली। पास ही में घूमने लायक स्थान बताकर राजा का स्कूटर डबल डेकर ब्रिज क्षेत्र में रखवाया और राजा को पहाड़ी इलाके में ले जाकर मार डाला। पुलिस जांच में पाया गया कि राजा से मिलने के बाद आरोपितों ने हत्या न करने का मन भी बना लिया था। मगर, सोनम हत्या के लिए उन पर लगातार दबाव बनाती रही।

वीडियो काल पर प्रेमी को देख टूटी सोनम, बोली – राजा को मैंने मरवाया

 

गाजीपुर में ढाबे से गिरफ्तार सोनम को पुलिस ने वीडियो काल पर उसके प्रेमी राज कुशवाहा से जैसे ही सामना कराया, वह टूट गई। उसने स्वीकार किया कि राजा की हत्या उसने ही कराई है। हत्या की सुई सोनम की ओर घूमने के बाद शिलांग पुलिस रविवार रात इंदौर पहुंच चुकी थी। मेघालय की डीजीपी आई नोंग्रांग भी मामले पर नजर रखे हुई थीं। रात करीब डेढ़ बजे इंदौर से राज कुशवाहा और उसके दोस्तों को गिरफ्तार किया गया। उसने सोनम से प्रेम-प्रसंग की बात तो स्वीकारी, मगर हत्या में हाथ होने से साफ इन्कार कर दिया। इसी बीच गाजीपुर की नंदगंज थाना पुलिस ने काल कर बताया कि सोनम मिल गई है। राज से पूछताछ कर रहे अधिकारियों ने कहा कि वीडियो काल कर सोनम से बात कराएं। सोनम शुरुआत में टालती रही, मगर जैसे ही कैमरा राज की तरफ घुमाया गया, वह देखती रह गई। उसे बताया गया कि राज ने सब बता दिया है। इसके बाद सोनम टूट गई और उसने राजा की हत्या में शामिल होना स्वीकार लिया।

आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड पर ले गई शिलांग पुलिस

 

सोमवार शाम लगभग साढ़े छह बजे गाजीपुर पहुंची मेघालय पुलिस ने रात नौ बजे भारी सुरक्षा के बीच सोनम को वहां सीजेएम कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद देर रात उसे लेकर शिलांग रवाना हो गई। उधर, इंदौर के एडिशनल पुलिस आयुक्त राजेश दंडोतिया ने कहा कि शिलांग पुलिस ने यहां से भी गिरफ्तार आरोपितों को सीजेएम के सामने पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। रात में रवाना होने के पहले पुलिस ने आरोपितों के घरों की तलाशी लेकर खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं।

राज का पेटीएम सोनम के पास, इसी से मिला हत्यारों का सुराग

 

शिलांग पुलिस ने राजा का शव बरामद कर हत्या, लूट और डकैती का केस दर्ज किया था। एसपी (शिलांग) विवेक सिम ने एसआइटी गठित की। साइबर एक्सपर्ट ने सोनम के बैंक खातों की जानकारी निकाली तो ई-वालेट (पेटीएम) का ब्योरा मिला, जो राज के नाम था। काल डिटेल निकालने पर राज और सोनम के सैकड़ों इनकमिंग और आउटगोइंग काल्स मिलीं। इसी से राज के दोस्तों की जानकारी भी मिली। पुलिस का शक पुख्ता हुआ और रविवार शाम शिलांग के डीएसपी विपुल दास दल लेकर सीधे इंदौर पहुंचे।

राज ने 50 हजार रुपये और एक फोन देकर भेजा था हत्यारों को

 

पूछताछ में सामने आया कि राज ने दोस्तों को मेघालय भेजने के पहले उनके फोन बंद करा दिए थे। सभी को सार्वजनिक स्थल पर लगे वाई-फाई की मदद से नेट कालिंग करने के लिए कहा था। उसने एक फोन और नया सिम कार्ड देने के साथ 50 हजार रुपये भी दिए थे। पुलिस ने जब सोनम व राजा के नंबरों की पड़ताल की तो उनके आसपास मध्य प्रदेश के नंबर की लोकेशन भी मिली। उसकी काल डिटेल निकाली गई तो सोनम के नंबर पर कई बार बात होने की जानकारी मिली और इससे जांच को दिशा मिली।

भाई को सोनम से नहीं मिलने दिया गया

 

रविवार रात करीब एक बजे गाजीपुर पुलिस ने काशी चाय जायका ढाबे से सोनम को हिरासत में लिया और उसे मेडिकल कालेज अस्पताल ले गई। प्राथमिक उपचार के बाद उसे वन स्टाप सेंटर में रखा गया। सोमवार देर शाम इंदौर से पहुंचे उसके भाई गोविंद को भी उससे मिलने नहीं दिया गया।

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