Rajasthan BJP CM Face: सीएम की रेस में बाबा बालकनाथ आए सुर्खियों में, जिन्हें राजस्थान का कहा जाता है योगी
जयपुर, बीएनएम न्यूज। राजस्थान में 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आएंगे। इसके बाद तय होगा कि भाजपा की सरकार बनेगी या कांग्रेस की। इधर, भाजपा में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बाबा बालक नाथ का नाम सुर्खियों में है। एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार बाबा बालक नाथ को भाजपा की तरफ से लोगों ने सबसे अधिक पसंदीदा चेहरा बताया है। एग्जिट पोल में उन्हें वसुंधरा राजे और सचिन पायलट से ज्यादा चर्चित माना गया है। उन्हें राजस्थान का योगी आदित्यनाथ कहा जाता है। लोगों के बीच काफी चर्चा है कि अगर राजस्थान में भाजपा को बहुमत मिलता है तो इस बार भाजपा यूपी के योगी की तर्ज पर यहां भी बाबा बालक नाथ को मुख्यमंत्री बना सकती है। भगवा कपड़ों में रहने वाले महंत बालक नाथ को भाजपा का फायरब्रांड नेता माना जाता है। वह हिंदुत्व एजेंडे पर आक्रामक रुख के कारण सुर्खियों में रहते हैं। फायर ब्रांड वाली छवि के चलते वह लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध हैं।
शीर्ष नेतृत्व के आदेश का होगा पालन
राजस्थान में कुछ महीनों से भाजपा में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सस्पेंस बरकरार है। इस बार भाजपा ने विधानसभा का चुनाव बिना मुख्यमंत्री के चेहरे और पीएम मोदी के नेतृत्व में लड़ा। इस दौरान बाबा बालक नाथ का नाम काफी सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर महंत बालक नाथ ने कहा कि वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आदेश का पालन करते हैं। इसके अलावा हमें कुछ नहीं आता है। महंत बालक नाथ से एक न्यूज चैनल ने पूछा कि क्या वह खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी एक है। हम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आज्ञा का पालन करते हैं। हम अपने गुरु के आशीर्वाद से सेवा कर रहे हैं। हमारे संप्रदाय में गुरु के वचनों को सत्य वचन कहा जाता है।
योगी की तरह खुद को नहीं पेश करता हूं
बाबा बालक नाथ से पूछा गया कि क्या आप खुद को योगी के तौर पर राजस्थान में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर बाबा बालक नाथ ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। हमारा सौभाग्य है कि हमें सेवा कर सेवा करने का अवसर मिल रहा है।
जानिए कौन हैं बाबा बालकनाथ
39 साल के बाबा बालकनाथ का जन्म 16 अप्रैल 1982 में राजस्थान के कोहराणा गांव में हुआ। बालकनाथ यादव जाति (ओबीसी) से आते हैं। साथ ही नाथ संप्रदाय के आठवें मुख्य महंत भी हैं। उन्होंने छह वर्ष की उम्र घर छोड़ दिया था। महंत चांदनाथ ने 29 जुलाई 2016 को बालकनाथ को उत्तराधिकारी घोषित किया था। नाथ संप्रदाय की सबसे बड़ी गद्दी अस्थल बोहर नाथ आश्रम के महंत हैं। बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। वह अलवर की तिजारा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं।
2019 में पहली बार बने थे सांसद
2019 के लोकसभा चुनावों में अलवर से कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को तीन लाख से अधिक वोटों से हराया था, जिसके बाद बाबा बालकनाथ पहली बार सांसद बने थे। हाल में महंत बालक नाथ उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने राजस्थान पुलिस के डीएसपी को थाने में घुसकर धमका दिया था। भाजपा कार्यकर्ता को हिरासत में लेने से महत ने डीएसपी से कहा था कि मेरा नाम याद रखना। मेरी सूची में तीन लोग हैं, एक तो यहां के विधायक, पुराने थानेदार और अब आप भी मेरी लिस्ट में हैं। बाबा बालकनाथ की आसपास के क्षेत्र में काफी अच्छी पकड़ हैं और वे लोगों में अपने हिंदुत्व एजेंडे को लेकर भी काफी प्रचलित हैं।