Sukhdev Singh Gogamedi Murder: गोगामेड़ी हत्याकांड मामले में हरियाणा से हुई पहली गिरफ्तारी, हो सकता है अहम खुलासा
जयपुर, बीएनएम न्यूज। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या (Sukhdev Singh Gogamedi Murder) के मामले में शनिवार को पहली गिरफ्तारी हुई है। हत्या की साजिश में शामिल हरियाणा में महेंद्रगढ़ जिले के सुरेती पिलानिया निवासी रामवीर (23) पुत्र सतवीर को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जयपुर पुलिस (Jaipur Police) की टीम ने रामवीर को उसके गांव से पकड़ा है। रामवीर शूटर नितिन फौजी (Nitin Fauji) का खास दोस्त है। गोगामेड़ी की हत्या नितिन और रोहित राठौड़ ने की थी। नितिन के जयपुर में रहने सहित पूरी व्यवस्था रामवीर ने अपने संबंधों से करवाई थी।
रामवीर से मिल सकती है अहम जानकारी
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाश चंद्र बिश्नोई ने बताया कि रामवीर और नितिन के गांव आस-पास है। दोनों महेंद्र गढ़ में स्थित आपीएस स्कूल में 12वीं कक्षा तक साथ पढ़े थे। रामवीर ने जयपुर के मानसरोवर में स्थित सेंट विल्फर्ड कालेज से 2017 से 2020 तक बीएससी की शिक्षा ग्रहण की थी। इसके बाद एमएससी की पढ़ाई की थी। पुलिस के अनुसार नितिन गोगामेड़ी की हत्या करने से पहले एक होटल और फिर एक फ्लैट में रूका था। यहां रहकर उसने गोगामेड़ी की दिनचर्या पर निगरानी रखी थी। उनके बारे में जानकारी ली थी। पुलिस ने गोगामेड़ी की हत्या के बाद सूत्र से सूत्र जोड़े तो शनिवार को रामवीर तक पहुंची। अब रामवीर से पूछताछ के बाद हत्याकांड के बारे में अधिक जानकारी सामने आएगी। पुलिस का मानना है कि नितिन और रोहित कहां छिपे हैं, इस बारे में भी रामवीर से जानकारी मिल सकती है।
खुद के स्तर पर किया था सुरक्षा का इंतजाम
पुलिस से जब सुरक्षा नहीं मिली तो गोगामेड़ी ने अपने स्तर पर छह सुरक्षाकर्मी रखे थे। लेकिन घटना के दिन उनमें से पांच अवकाश पर अपने गांव गए हुए थे। विधानसभा चुनाव के कारण सभी के हथियार पुलिस थानों में जमा थे, ऐसे में गोगामेड़ी ने उन्हे गांव जाने अनुमति दी थी। गोगामेड़ी खुद के पास भी हमेशा पिस्टल रखते थे, लेकिन उनकी पिस्टल भी पुलिस में जमा थी। वे घर से बाहर जाते थे तो हमेशा बुलेटप्रूफ जैकेट पहनते थे। लेकिन उस दिन वे घर में ही थे, इसलिए जैकेट नहीं पहनी थी। उल्लेखनीय है कि गोगामेड़ी की पांच दिसंबर को जयपुर में श्यामनगर स्थित उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनके छह गोली लगी थी। दोनों शूटर नितिन और रोहित अब भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।