Bareilly News: मुस्लिम शिक्षिका नेहा असमत ने अपनाया सनातन धर्म, महाकाल के दरबार में लगाई हाजिरी
बरेली, BNM News: इस्लाम में हलाला, तीन तलाक और बहु विवाह जैसी कुरीति के चलते युवतियां इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना रही हैं। क्योंकि सनातन धर्म में महिलाओं को अपने तरीके से जिंदगी जीने की आजादी है। यही वजह है कि अब बरेली की एक शिक्षिका ने सनातन धर्म अपना लिया है। शिक्षिका ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन कर खुद के हिंदू धर्म अपनाने और नाम नेहा असमत से नेहा सिंह रखने की घोषणा की। उन्होंने खुद और अपने सहकर्मी मोहित की जान का खतरा जताया है। शिक्षिका नेहा असमत अब नेहा सिंह बन गई है। उन्होंने एक वीडियो वायरल कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
तीन तलाक और हलाला से डरकर हिंदू धर्म अपनाया
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के फाइक इनक्लेव निवासी नेहा असमत का कहना है कि उसने तीन तलाक और हलाला से डरकर हिंदू धर्म अपनाया है। उसने पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत हिंदू धर्म अपनाया है। वे भोलेनाथ की भक्त है। उनका कहना है कि वो पढ़ी-लिखी है और एक शिक्षक हैं, अपना अच्छा बुरा जानती है। उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम में महिलाओं को पैरों की जूती समझा जाता है। इस्लाम में मर्द 4 शादियां कर सकता है और अपनी पत्नी को जब चाहे तीन बार तलाक बोलकर उससे रिश्ता खत्म कर सकता है। इतना ही नहीं इस्लाम में महिलाओं को हलाला जैसी कुत्सिस मानसिकता वाली प्रक्रिया से भी गुजारा जाता है। इशके इतर सनातन धर्म में महिलाओं को आजादी है। इसी आजादी के अहसास के लिए उन्होंने इस्लाम से सनातन धमर् की ओर रुख किया है।
नेहा की मां ने दर्ज कराई अपहरण की रिपोर्ट
नेहा की मां रानी बेगम ने 11 नवंबर को बारादरी थाने में उसके अपहरण की रिपोर्ट कराई थी। उन्होंने नेहा के साथी शिक्षक मोहित सिंह पर अपहरण का शक जताया था। बारादरी पुलिस नेहा की तलाश कर रही थी। अब सोशल मीडिया पर नेहा का उज्जैन मंदिर का फोटो वायरल हो रहा है। नेहा की ओर से एसएसपी दफ्तर में पत्र देकर बताया गया है कि उसके पिता असमत अली की मौत हो चुकी है। बहन, बहनोई और एक अन्य व्यक्ति मां के साथ मिलकर उसकी शादी ऐसे शख्स से करने का दबाव बना रहे थे जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। उन्हें यह शादी पसंद नहीं थी। परिवार ने दबाव बनाया तो उन्होंने घर छोड़ दिया।