ठाणे में बड़े अधिकारी के बिगड़ैल बेटे ने गर्लफ्रेंड पर चढ़ाई SUV, लड़की की हालत गंभीर; सामने आई यह वजह
मुंबई, बीएनएम न्यूज। Thane Crime: महाराष्ट्र के ठाणे में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) के मैनेजिंग डॉयरेक्टर के बेटे ने गर्लफ्रेंड को SUV कार से कुचलकर मारने कि कोशिश की है। इस घटना के बाद ठाणे के लोग सकते में हैं। एक इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर और 26 साल की ब्यूटीशियन प्रिया सिंह (Priya Singh) नाम की लड़की ने बॉयफ्रेंड अश्वजीत गायकवाड़ (Ashvajit Gaikwad) पर गंभीर आरोप लगाकर पुलिस में केस दर्ज कराया है। ठाणे पुलिस ने मामले में संबंधित आरोपियों के खिलाफ नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है। वारदात को 3 दिन बीत जाने के बावजूद अभी इस मामले कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह मामला सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहा है। लोग ठाणे पुलिस पर आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवार्इ की मांग कर रहे हैं।
पहले से शादीशुदा है अश्वजीत
ठाणे के रहने वाले अश्वजीत गायकवाड़ और प्रिया के बीच पिछले साढ़ चार साल से प्रेम संबंध थे। कुछ समय पहले ही प्रिया सिंह को पता चला की अश्वजीत पहले से शादीशुदा है। इसके बावजूद दोनों का रिश्ता चलता रहा। प्रिया सिंह बॉयफ्रेंड से मिलने के लिए ठाणे के घोडबंदर इलाके मे स्थित एक होटल के पास सोमवार देर रात को मिलने गई। इस दौरान उसने अश्वजीत को पत्नी के साथ देखा, तभी उसका गुस्सा फूट पड़ा।
प्रिया को रेंज रोवर डिफेंडर कार से कुचला
इस दौरान दोनों में जमकर लड़ाई हुई। इसके बाद अश्वजीत, उसके दोस्त रोमिल पाटिल और सागर शेलके ने प्रिया सिंह से मारपीट की और इसके बाद सुबह 4:30 बजे के करीब प्रिया को रेंज रोवर डिफेंडर कार से कुचलकर घायल कर दिया। इस हादसे में पीड़िता प्रिया सिंह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसके एक पैर की हड्डी भी टूट गई। इसके बाद पीड़िता प्रिया सिंह पास के कासारवडवली पुलिस थाने में आरोपी बॉयफ्रेंड के खिलाफ केस दर्ज कराने पहुंची।
पीड़िता ने सोशल मीडिया में बताई आपबीती
ऊपर के अफसरों के दबाव के चलते पुलिस ने ये केस दर्ज नहीं किया। इसके बाद पीड़िता वहां से चली आई और सोशल मीडिया में एक पोस्ट शेयर की है। पीड़िता ने लिखा कि आरोपी अश्वजीत गायकवाड़ के कई नेताओ से गहरे संबंध है। उसके पिता अनिल गायकवाड़ गायकवाड़ महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) के मैंनेजिंग डायरेक्टर हैं, जिसकी वजह से पुलिस ने ये केस दर्ज नहीं किया है। जब सोशल मीडिया में पीड़िता की पोस्ट वायरल होने के बाद दबाव में आकर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, वहीं, पीड़ित लड़की का ठाणे के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रात में मिलने गई तो हो गया आक्रामक
अस्पताल में भर्ती पीड़िता प्रिया सिंह का कहना है कि मेरा अपने प्रेमी के साथ साढ़े चार साल तक रिश्ता रहा। हम एक-दूसरे से पूरी तरह प्यार करते थे। मुझे पहले नहीं पता था कि वह शादीशुदा है। बाद में जब मुझे पता चला तो वह मुझे बताया कि वे (उसकी पत्नी और वह) अब साथ नहीं हैं, वे अलग हो गए हैं। उसने कहा कि वह मुझसे शादी करना चाहता था। मैं लंबे समय से उसके साथ रह रही थी। जब मैं उस रात उससे मिलने गई, तो वह उसकी पत्नी साथ थी। मैं सदमे में आई गई। जब मैं उससे बात करने गई, वह आक्रामक हो गया। हमारे बीच झगड़ा हुआ। मेरे दाहिने पैर की तीन हड्डियां टूट गई हैं, इसका ऑपरेशन किया गया है। मेरे बाएं कंधे से लेकर मेरे कूल्हों तक गहरी चोट आई है। मैं अपने शरीर को हिला नहीं सकती। चार दिन पहले मैं एफआईआर दर्ज कराने गई था, जिस दिन यह सब हुआ था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज जब मैंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो पुलिस ने आज मेरा समर्थन किया है।”
पुलिस ने केस दर्ज शुरू की कार्रवाई
इस मामले में डीसीपी अमर सिंह जाधव ने कहा कि यह घटना सोमवार सुबह चार बजे की है, जब घोडबंदर स्थित एक होटेल के बाहर आरोपी और पीड़िता के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद उसके साथ मारपीट की गई। प्रिया की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अश्वजीत गायकवाड़, रोमिल पाटिल और सागर शेल्के के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 (रैश ड्राइविंग), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 338 (गंभीर चोट पहुंचाना), 504 (किसी को उकसाने के लिए जानबूझकर उसका अपमान करना) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है.सभी तीन आरोपीयों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
प्रिया पर केस वापस लेने का दबाव
प्रिया सिंह ने बताया कि अश्वजीत गायकवाड़ और उसके दोस्तों ने उसकी जो हालात की है, उसके बाद FIR दर्ज करवाई है, उसे वापस लेने के लिए लगातार प्रिया पर दबाव बनाया जा रहा है और अश्वजीत गायकवाड़ के दोनों ही मित्र रोमिल पाटिल और सुनील शेलके अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं और धमका रहे हैं कि वह केस वापस ले ले।
अश्वजीत गायकवाड़ ने दी सफाई
उधर, प्रिया के आरोपों का खंडन करते हुए अश्वजीत गायकवाड़ ने कहा कि जो कुछ भी लिखा गया है वह झूठ है। वह सिर्फ एक दोस्त है। वास्तव में वह उस होटल में नशे में आई थी, जहां हम एक पारिवारिक समारोह कर रहे थे और मुझे उससे बात करने के लिए मजबूर करने की कोशिश की। जब मैंने मना कर दिया तो उसने मुझे गालियां देनी शुरू कर दी। जब मेरे दोस्तों ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसने उनपर भी हमला कर दिया। शेल्के ने एसयूवी चालू की ताकि वह दूर हट जाए, लेकिन दुर्भाग्य से वह सड़क पर गिर गई। दुर्घटना जानबूझकर नहीं की गई थी।’