पेटीएम पेमेंट्स बैंक में अनुचित तरीके से खोले गए हजारों खाते, मामले की जांच कराएगा आरबीआइ

नई दिल्ली, एजेंसी: आरबीआइ ने पता लगाया है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक में हजारों खाते बिना उचित पहचान खोले गए हैं और इनकी जानकारी वित्तीय अपराध के खिलाफ जांच करने वाली एजेंसी ईडी को दे दी है। इस मामले से वाकिफ तीन सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
केंद्रीय बैंक को इन खातों के मनी लांड्रिंग में इस्तेमाल होने की चिंता
सूत्रों का कहना है कि आरबीआइ इस बात को लेकर चिंतित है कि इनमें से कुछ खातों का इस्तेमाल मनी लांड्रिग के लिए किया जा सकता है। इस संबंध आरबीआइ ने ईडी को भी जानकारी भेज दी है। साथ ही गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी अपनी जांच संबंधी रिपोर्ट भेज दी है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक के एक प्रवक्ता का कहना है कि ईडी की ओर से वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स बैंक की कभी भी जांच नहीं की गई है। हमारे प्लेटफार्म का उपयोग करने वाले कुछ मर्चेंट के खिलाफ जांच चल रही है। हम अधिकारियों को उनके संबंध में सभी सवालों का जवाब देते हैं।
आरबीआइ ने जारी किया आदेश
प्रवक्ता ने कहा कि हम मनी लांड्रिंग के आरोपों का खंडन करते हैं। इस संबंध में आरबीआइ, ईडी, वित्त मंत्रालय, गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। आरबीआइ ने बीते बुधवार को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बैंक खातों, वालेट और क्रेडिट उत्पादों में 29 फरवरी से किसी भी प्रकार की जमा करने पर रोक लगा दी थी।
अवैध गतिविधियां मिलीं तो ईडी जांच करेगा
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने शनिवार को कहा कि यदि अवैध गतिविधि का कोई सबूत मिलता है तो ईडी पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच करेगा।
पेटीएम के शेयरों में सर्किट सीमा घटाकर 10 प्रतिशत की
देश के दोनों प्रमुख स्टाक एक्सचेजों बीएसई और एनएसई ने डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म पेटीएम के शेयरों में सर्किट की सीमा को 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। पेटीएम की बैंकिंग इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर आरबीआइ की कार्रवाई के बाद कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। इससे कंपनी के बाजार पूंजीकरण में 17,378 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन