Uttarkashi Tunnel Collapse: सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए चल रहा ड्रिलिंग कार्य रुका, इंदौर से मंगाई जा रही मशीन
उत्तरकाशी, एजेंसी: Uttarkashi Tunnel Updates: उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे का शनिवार को सातवा दिन है। टनल में फंसे 40 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। लेकिन, रेस्क्यू ऑपरेशन पर ब्रेक लग गया है। दूसरी ऑगर मशीन से भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया है। इसके साथ ही टनल में पाइप लाइन बिछाने का काम भी रूक गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी ऑगर मशीन की बेयरिंग खराब हो गई है। जिसके कारण मशीन पाइप पुश नहीं कर पा रही है। टनल के अंदर अब तक 22 मीटर ही खुदाई की गई है। सुरंग में पांच पाइप ड्रिल करने के बाद डाले जा चुके हैं। अब, इंदौर से तीसरी मशीन मंगाई जा रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सुरंग बनाने वाली कंपनी एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशू मनीष खुल्को ने कहा कि फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने के लिए ड्रिलिंग का काम फिलहाल रोक दिया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या बचाव अभियान में इस्तेमाल की जा रही मशीन में खराबी के कारण ड्रिलिंग का काम रोका गया है। खुल्को ने कहा कि मशीन में कोई खराबी नहीं है। उन्होंने बताया कि फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए पाइपलाइन डालने का काम पिछले तीन दिनों से चल रहा था। अब तक केवल 25 मीटर पाइप बिछाने का काम पूरा हुआ है।
सभी विभाग अलर्ट मोड पर
देहरादून आपदा कंट्रोल रूम में रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिया है कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखी जाए। टनल में फंसे हुए सभी श्रमिक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उम्मीद है कि जल्द ही सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्हें बेहतर मेडिकल ट्रीटमेंट देने की भी पूरी व्यवस्था है। सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
परिजनों से लगातार कराई जा रही बात
टनल में फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ ही प्रदेश की भी तमाम एजेंसियां मोर्चा संभाले हुए हैं। टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, ऑक्सीजन और बिजली उपलब्ध कराई गई है। उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उनकी परिजनों से लगातार बात भी कराई जा रही है।