Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में क्यों मची भगदड़? जानें- हालात काबू में आने के बाद अब कैसी है व्यवस्था

महाकुंभ नगर, बीएनएम न्यूजः महाकुंभ में मौनी अमावस्या के शाही स्नान से ठीक पहले मची भगदड़ (Mahakumbh Stampede) के कारणों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। महाकुंभ नगर के डीआईजी वैभव कृष्ण की मानें तो संगम तट पर बने चेजिंग रूम का गेट भीड़ के दबाव में भीड़ के ही ऊपर गिरने के बाद भगदड़ मची है।
हादसे के करीब 10 घंटे बाद किसी अधिकारी का भगदड़ के कारणों पर बयान आया है। हालांकि अभी तक मरने वालों की संख्या या मौतों को लेकर आधिकारिक रूप से किसी अधिकारी ने कुछ नहीं कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जरूर एक्स पर लिखा कि प्रयागराज महाकुंभ में हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति गहरी संवेदनाएं।
भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद ने शाही स्नान रद्द करने का ऐलान भी कर दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत के बाद संतों ने शाही स्नान का ऐलान किया।
संतों के शाही स्नान के लिए ही व्यवस्थाएं बनाने संगम नोज स्थल पर पहुंचे डीआईजी वैभव कृष्ण ने भगदड़ के कारणों पर कहा कि जो घटना के कारणों की का पता किया जा रहा है। कहा कि मौनी अमावस्या पर पब्लिक का प्रेशर बहुत ज्यादा था। यहां पर दस करोड़ का आकड़ा पार हुआ है।
चेंजिग रूम का गेट गिरने से भगदड़
अभी तक जो प्रतीत होता है और वहां पर तैनात पुलिस के लोगों और अन्य लोगों से हुई बातचीत पर पता चला कि भीड़ के दबाव में चेंजिग रूम का कोई गेट गिर गया था। यह गेट भीड़ के ही एक हिस्से पर गिरने से पैनिक की स्थिति हो गई।कहा कि घाट ऐसी स्थिति होती है जब कुछ लोग कपड़े उतारकर नहाने जा रहे होते हैं। कुछ लोग उस प्रासेस में होते हैं, क्योंकि जगह कम होती है, इसी वजह से गेट गिरने के बाद भगदड़ मची है।
अखाड़ों के शाही स्नान को लेकर कहा कि अभी तक शाही स्नान इसलिए नहीं हो सका था क्योंकि भीड़ बहुत ज्यादा थी। अखाड़ों ने यह प्रस्ताव दिया कि पुलिस और प्रशासन अभी भीड़ का ध्यान रखे उसके बाद हम लोग स्नान के लिए निकलेंगे। अब अखाड़े स्नान के लिए आ रहे हैं। उनके लिए इंतजाम किए गए हैं।
संगम नोज पर पहुंचने को लेकर मची भगदड़
शुरुआती जानकारी में यह बात सामने आई है कि यहीं पहुंचने को लेकर भगदड़ मची। भारी संख्या में लोग संगम नोज पहुंच रहे थे, भीड़ का दबाव अधिक था। इसी वजह से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। देखते ही देखते भगदड़ मच गई, प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य चलाया। साथ ही कई रास्तों को खोल दिया। भीड़ को डायवर्ट भी किया गया। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई।
अब हालात नियंत्रण में
प्रयागराज में जिस जगह यह भगदड़ मची, अब वहां हालात नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है। संगम की ओर जाने वाला रास्ता खाली करा दिया गया है। अब भीड़ कम हो गई है। साधु-संतों के स्नान के लिए बनाए गए घाट भी खाली हो गए हैं। मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए अखाड़ों और संतों के लिए पुलिस ने रास्ता साफ करने के साथ ही त्रिवेणी संगम पर भारी सुरक्षा तैनात की गई है।
दोपहर 12 बजे तक 4.25 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
दोपहर 12 बजे तक 4.24 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। महाकुंभ मेले और प्रयागराज शहर में इस समय करीब 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं। वहीं, 28 जनवरी तक 20 करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। प्रशासन की कोशिश है कि आसपास के घाटों पर स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं को वापस किया जाए।
‘अखाड़ा मार्ग और अखाड़ा घाट तैयार हैं’
महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि हमें आज 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है। हमारे सभी अधिकारी और कर्मचारी कल शाम से ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात हैं। लोग यहां सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान कर रहे हैं। सुबह के समय दबाव था और भीड़ बहुत ज़्यादा थी। अब जब भीड़ नियंत्रण में है। पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया है। हमारे पास भगदड़ में हताहतों की आधिकारिक संख्या नहीं है क्योंकि हम यहां भीड़ नियंत्रण में लगे हुए हैं। घायलों का इलाज किया जा रहा है।
प्रयागराज में आज लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। प्रयागराज में आज लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। कल लगभग 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ का स्नान किया था। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है।
रात एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स को फांद कर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है। कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। प्रशासन स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने के लिए लगातार लगा हुआ है।
लोगों से अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें
प्रधानमंत्री मोदी सुबह से चार बार श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ले चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सुबह से ही श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ली। प्रयागराज में हालात वर्तमान में नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है।
संतों के साथ भी मेरी बात हुई है, उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा है कि पहले श्रद्धालु स्नान करके निकल जाएंगे उसके बाद ही हम स्नान के लिए संगम की तरफ करेंगे। सभी अखाड़े इसके लिए सहमत हैं। लोगों से अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। ये आयोजन लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है। सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है।
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