Loksabha Election 2024: जानें हरियाणा में भाजपा को कैसे मिलेगी कांग्रेस से कड़ी चुनौती, बदलनी पड़ेगी रणनीति

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Loksabha Election 2024: हरियाणा में कांग्रेस द्वारा आठ लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने के बाद अब चुनावी स्थिति लगभग साफ हो गई है। कांग्रेस ने जातीय समीकरणों को साधते हुए सिर्फ करनाल सीट को छोड़कर बाकी लोकसभा सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं। करनाल में भाजपा के टिकट पर पूर्व मुख्मयंत्री मनोहर लाल चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने यहां युवा चेहरे के रूप में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दिया है। माना जा रहा है कि करनाल में अनुभव (मनोहर लाल) और युवा जोश (बुद्धिराजा) के बीच चुनावी भिड़ंत होगी। भाजपा पहले ही सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। पिछले चुनाव में भाजपा ने सभी दस सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार कांग्रेस के उम्मीदवारों को देखकर लग रहा कि भाजपा के लिए सभी सीटें जीतने की राह आसान नहीं है।
चुनाव प्रचार के लिहाज से भाजपा ने बनाई मनोवैज्ञानिक रूप से बढ़त
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में छह अंबाला, सिरसा, सोनीपत, रोहतक, फरीदाबाद और भिवानी सीटें ऐसी हैं, जिन पर भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच आमने-सामने की टक्कर होगी। चुनाव प्रचार के लिहाज से भाजपा मनोवैज्ञानिक रूप से कांग्रेस पर काफी बढ़त बना चुकी है, क्योंकि चुनाव की घोषणा होने के तुरंत भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। कांग्रेस ने दो दिन पहले ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
मुद्दों से अधिक जाति आधारित राजनीति को महत्व
यह चुनाव मोदी के 400 पार के नारे को तो ध्यान में रखकर लड़ा जा ही रहा है, लेकिन जातीय समीकरण भी काफी हावी रहने वाले हैं। हरियाणा ऐसा राज्य है, जहां मुद्दों से अधिक जाति आधारित राजनीति को महत्व मिलता रहा है। प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों में एक कुरुक्षेत्र आइएनडीआइए गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के खाते में गई है। गुरुग्राम लोकसभा सीट पर अभी पेंच फंसा हुआ है। कुरुक्षेत्र में आप के प्रदेश अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने वहां पूर्व सांसद नवीन जिंदल को चुनाव मैदान में उतारा है। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला स्वयं भी चुनाव लड़ रहे हैं। जेजेपी ने अभी उम्मीदवार नहीं दिया है। कुरुक्षेत्र सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला तय है।
गुरुग्राम में कांग्रेस को मजबूत चेहरे की तलाश
कांग्रेस आपसी गुटबाजी के चलते अभी गुरुग्राम लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है। यहां फिल्म अभिनेता राज बब्बर और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के समधी पूर्व सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव तथा स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव के चक्कर में टिकट रुका हुआ है। गुरुग्राम में भाजपा ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को टिकट दिया है, जिनका दक्षिण हरियाणा में अच्छा प्रभाव है। कांग्रेस उन्हें टक्कर देने के लिए किसी मजबूत चेहरे की तलाश में है।
इनके बीच होगा कड़ा मुकाबला
फरीदाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के बीच कांटे की टक्कर होगी। अंबाला में हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के विधायक बेटे वरुण मुलाना को कांग्रेस ने टिकट दिया है, जिनका मुकाबला पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी भाजपा उम्मीदवार बंतो कटारिया से होगा। सिरसा में पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार पूर्व सांसद डा. अशोक तंवर से होगा। सैलजा और तंवर पूर्व में दोनों हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। सोनीपत में भाजपा ने राई के विधायक मोहन लाल बडौली को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने जींद जिले के रहने वाले सतपाल ब्रह्मचारी पर दांव खेला है, जिनके हरिद्वार में आश्रम हैं। यहां भी आमने-सामने की भिड़ंत है।
हिसार के रण में ताऊ देवीलाल का परिवार भिड़ेगा, चतुष्कोणीय मुकाबला
हिसार के रण में जबरदस्त मुकाबला होने जा रहा है। पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के परिवार से तीन उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और तीनों की पार्टियां अलग हैं। भाजपा ने ताऊ देवीलाल के छोटे बेटे बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को टिकट दिया है, जबकि जेजेपी ने बाढडा की विधायक नैना सिंह चौटाला पर दांव खेला है। इनेलो ने सुनैना चौटाला को चुनावी रण में उतारा है। नैना चौटाला और सुनैना चौटाला दोनों जेठानी-देवरानी हैं और रणजीत चौटाला उनके चाचा ससुर हैं। कांग्रेस ने यहां भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह का टिकट काटकर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी को टिकट दिया है, जो इस मुकाबले को रोचक बनाने वाले हैं।
दीपेंद्र को टिकट देकर कांग्रेस ने लिया राज्यसभा सीट खोने का खतरा
रोहतक में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा और भाजपा उम्मीदवार निवर्तमान सांसद डा. अरविंद शर्मा के बीच कांटे की टक्कर है। दीपेंद्र हुड्डा यदि चुनाव जीतते हैं तो कांग्रेस को राज्यसभा की सीट खोनी पड़ सकती है। डा. अरविंद शर्मा करनाल, सोनीपत और रोहतक से सांसद रह चुके हैं। सोनीपत से अरविंद शर्मा निर्दलीय भी सांसद रहे हैं। भिवानी में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल की पोती व किरण चौधरी की बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का टिकट काटकर महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह को टिकट दिया गया है, जिनका भाजपा के निवर्तमान सांसद धर्मबीर चौधरी के साथ कांटे का मुकाबला होगा। वहीं, करनाल में पूर्व सीएम मनोहर लाल और दिव्यांशु बुद्धिराजा के साथ यदि इनेलो ने मराठा वीरेंद्र वर्मा को टिकट दे दिया तो यहां त्रिकोणीय मुकाबला हो जाएगा।
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