चंपतराय का बड़ा बयान, प्रधानमंत्री मोदी को बताया भगवान विष्णु का अवतार

अयोध्या, बीएनएम न्यूज। PM Modi as Bhagwan Vishnu आगामी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे, जोकि एक ‘यजमान’ के तौर पर नहीं बल्‍क‍ि एक ‘श्रद्धालु’ के तौर पर उपस्‍थ‍िति दर्ज कराएंगे। एक इलेक्ट्रॉनिक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान विष्णु का अवतार बताया। साथ ही यह स्पष्ट किया कि भारतीय परंपरा में राजा भगवान विष्णु का स्वरूप ही होता है। यद्यपि यह पहला अवसर नहीं है, जब राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने प्रधानमंत्री की दिव्य शक्ति संपन्नता की ओर इशारा किया है। ट्रस्ट सचिव चंपत ने कार्यक्रम में आमंत्र‍ित अत‍थ‍ियों को लेकर किए सवाल पर कहा कि 6000 लोगों को न्‍योता दिया गया है. राम मंदिर निर्माण के बाकी कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं।

अति मानवीय और दिव्य योग्यताओं से युक्त हैं प्रधानमंत्री

कुछ महीने पूर्व तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने प्रधानमंत्री की दिल खोलकर प्रशंसा की थी और राम मंदिर सहित राष्ट्र मंदिर निर्माण का श्रेय उन्हें देते हुए कहा था कि वह अति मानवीय और दिव्य योग्यताओं से युक्त हैं। प्रधानमंत्री के प्रशंसकों में मंदिर आंदोलन के प्रधान शिल्पी और विश्व हिंदू परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष रहे दिवंगत अशोक सिंहल भी शामिल रह चुके हैं।

अशोक सिंघल ने नरेंद्र मोदी को बताया था देश का नायक

2014 में नरेंद्र मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही अशोक सिंहल व्यक्तिगत बातचीत में बराबर यह कहते रहे, देश और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए जिस नायक की लंबे समय से प्रतीक्षा थी, वह नरेंद्र मोदी ही हैं । 2014 के बाद से न केवल अशोक सिंहल, बल्कि बड़ी संख्या में विश्व हिंदू परिषद के समर्थक, सनातन संस्कृति के अनुरागी और कोटि-कोटि राम भक्तों के बीच नरेंद्र मोदी को नायक का दर्जा मिलता रहा है।

‘न्‍योता मिलना देश के 140 करोड़ लोगों के लिए खुशी की बात’

उधर, रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा का न्‍योता मिलने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्‍य है कि मुझे वहां पर आने का न्‍योता दिया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि यह खुशी सिर्फ मोदी की नहीं है, यह हिंदुस्‍तान के 140 करोड़ लोगों के ह्रदयों की प्रसन्‍नता है। उन्‍होंने कहा कि ‘सफल सकल सुभ साचन साजू, राम तुम्‍हहीं अवलोकत आजू’ यानी श्रीराम के दर्शन से जीवन सफल होता है।