Chhattisgarh Liquor Scam: दो हजार करोड़ के छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में आरोपी पर फिर कसेगा ईडी का शिकंजा

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। Chhattisgarh Liquor Scam: सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद राहत की सांस ले रहे छत्तीसगढ़ शराब घोटाला के आरोपितों की मुसीबत बढ़ सकती है। मनी लांड्रिंग की जांच जारी रखने और आरोपितों की गिरफ्तारी का रास्ता साफ करने के लिए ईडी जल्द ही छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पुलिस में एफआइआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखने जा रही है। इसके पहले ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी एफआइआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। ईडी को उम्मीद है कि नई सरकार एफआइआर दर्ज कर मनी लांड्रिंग की जांच का रास्ता प्रशस्त करेगी।

आबकारी विभाग के 52 अधिकारियों के भयभीत होने का दावा

ध्यान देने की बात है कि ईडी छत्तीसगढ़ में 2,000 करोड़ रुपये से भी अधिक के शराब घोटाले में मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की थी। मनी लांड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने आयकर विभाग के प्रोसेक्यूशन कंप्लेंट (आरोप पत्र) को आधार बनाया था। लेकिन तत्कालीन छत्तीसगढ़ सरकार और कुछ आरोपितों द्वारा इसके खिलाफ दी गई दलीलों के बाद जुलाई महीने में सुप्रीम कोर्ट ने मामले में आगे की जांच पर रोक लगा दी थी। तत्कालीन छत्तीसगढ़ सरकार और आरोपितों का कहना था कि बिना एफआइआर के आयकर विभाग के प्रोसेक्यूशन कंप्लेंट के आधार पर मनी लांड्रिंग की जांच सही नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के आबकारी विभाग के 52 अधिकारियों के भयभीत होने का दावा किया था। वहीं शराब घोटाले के ठोस सबूतों के आधार पर ईडी जांच को अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ बनाया था शराब घोटाले को अहम मुद्दा

ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शराब घोटाले में आरोपितों के खिलाफ मनी लांड्रिंग के ठोस सबूतों को नकारा नहीं जा सकता है और जांच के रास्ते में मुख्य अचड़न को राज्य सरकार एफआइआर दर्ज कर आसानी से दूर कर सकती है। नियम के मुताबिक बिना एफआइआर के किसी मामले की मनी लांड्रिंग की जांच शुरू नहीं की जा सकती है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ शराब घोटाले को अहम मुद्दा बनाया था। जाहिर है इस मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए एफआइआर दर्ज करना और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कर विष्णुदेव राय सरकार चुनाव पूर्व किए गए वायदे को पूरा करेगी।

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