COVID-19 Update: क्या फिर से फैलेगा कोरोना? केंद्र ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी, जानें- कितना खतरनाक है कोविड का नया वैरिएंट JN.1
नई दिल्ली, एजेंसी: Covid Update in India: देश में कोरोना का खतरा ( Corona Threat) फिर से बढ़ने का डर सता रहा है। भारत में कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 (New variant of Corona JN.1) का पहला मामला सामने आ चुका है। इसके बाद केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में रेखांकित किया कि केंद्र और राज्य सरकारों के बीच लगातार और सहयोगात्मक कार्यों के कारण हम कोविड-19 के मामलों की संख्या कम करने में सक्षम हुए। वहीं, पिछले तीन दिन के भीतर 15 और 17 दिसंबर को कोविड-19 के 300-300 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
केरल और तमिलनाडु में दो मामले जेएन-1 उप स्वरूप के पाए गए हैं। इसके लिए राज्यों को लोगों को मास्क लगाने के साथ भीड़ से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वायरस विकसित हो रहा है और लगातार बदल रहा है। WHO ने JN.1 को BA.2.86 का सब-वैरिएंट बताया है। इसके स्पाइक प्रोटीन में सिर्फ एक अतिरिक्त म्यूटेशन है। WHO ने कोविड के साथ-साथ इंफ्लुएंजा और अन्य वायरस के साथ-साथ बैक्टीरिया फैलने पर भी चिंता जाहिर की है।
दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील
राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के लिए साझा की गई संशोधित निगरानी रणनीति को लेकर विस्तृत दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने मामलों का जल्द पता लगाने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के जिला आधारित मामलों की नियमित आधार पर निगरानी और रिपोर्ट करने को कहा है। राज्यों को यह भी सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड-19 जांच दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करें और आरटी-पीसीआर और एंटीजन जांच की अनुशंसित हिस्सेदारी बनाए रखें।
कोरोना के एन वैरिएंट से यूपी में अलर्ट
केरल में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 संक्रमित मरीज मिलने के बाद यूपी में अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में रोजाना 2 लाख लोगों की RTPCR जांच की तैयारियां की गई है। जरूरत पड़ी तो इसे और बढ़ाया जाएगा। हवाई अड्डों, रलवे, बस स्टेशनों पर स्क्रीनिंग के लिए हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। सरकारी ऑफिस और निजी संस्थानों में भी स्क्रीनिंग के इंतजाम किए जा रहे हैं।
कर्नाटक में सरकार एलर्ट
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव ने सोमवार को मडिकेरी में वायरस के प्रति सबसे संवेदनशील लोगों की सुरक्षा के राज्य के प्रयासों के तहत इसकी घोषणा की। केरल से लौटने वाले सबरीमाला तीर्थयात्रियों पर संभावित प्रतिबंधों के संबंध में मंत्री ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में आंदोलनों या सभाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि चामराजनगर, कोडागु और दक्षिण कन्नड़ सहित केरल की सीमा से लगे जिलों में निगरानी जारी रहेगी। पर्यटकों और श्रद्धालुओं, खासकर राज्य से सबरीमाला जाने वाले लोगों को सावधान किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया करेंगे समीक्षा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कुछ राज्यों में कोविड-19 सहित सांस संबंधी बीमारी के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारियों की 20 दिसंबर को समीक्षा करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मांडविया सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और अतिरिक्त मुख्य प्रमुख सचिवों (स्वास्थ्य) और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ डिजिटली समीक्षा बैठक करेंगे।
क्या है जेएन.1 वेरिएंट
केरल में एक महिला में कोरोना वायरस के जेएन.1 नामक नए सब-वेरिएंट की पहचान की गई है। इसके बाद से चिंता बढ़ गई है। केंद्र ने 16 दिसंबर को केरल के एक मरीज में कोविड-19 के जेएन.1 सबवेरिएंट की उपस्थिति की पुष्टि की। यह भारत में इस तरह का पहला मामला था। जेएन.1, बीए.2.86 वैरिएंट से निकटता से संबंधित है। इसे पिरोला भी कहा जाता है, जो कि हाल ही में अमेरिका और चीन में इसका पता चला है। कोविड-19 के उप-स्वरूप जेएन.1 की पहचान पहली बार लक्जमबर्ग में की गई थी। कई देशों फैला यह संक्रमण पिरोलो स्वरूप (बीए.2.86) से संबंधित है।
कोरोना खतरा, कैसे करें बचाव
- अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, जो वैक्सीन वायरस के स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करती हैं, वे JN.1 और BA.2.86 के खिलाफ भी असरदार साबित होनी चाहिए।
- दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में चेस्ट मेडिसिन में सीनियर कंसल्टेंट, डॉ उज्ज्वल प्रकाश ने कहा कि घबराने की बात नहीं है। सावधानी बरतना जरूरी है।
- डॉ प्रकाश ने कहा कि अभी यह कहना कि कोविड की नई लहर आ रही है, ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह किसी अन्य वायरल इन्फेक्शन की तरह गुजर सकता है।
- डॉ प्रकाश ने लोगों को मास्क पहनने समेत अन्य सावधानियां बरतने की सलाह दी। अगर लक्षण दिखें तो टेस्ट जरूर कराएं।
नए वेरिएंट से कितना खतरा?
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को कहा कि राज्य में मिला कोविड-19 का नया उपस्वरूप ‘जेएन.1’ चिंता का कारण नहीं है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) की नियमित निगरानी गतिविधि के तहत नया मामला मिला है। वैश्विक स्तर पर, बीए.2.86 और इसके सब-वेरिएंट के 3,608 मामले सामने आए हैं। इनमें से ज्यादातर यूरोप और उत्तरी अमेरिका से हैं। हालांकि, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने कहा कि शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि अपडेट कोविड-19 वैक्सीन जेएन.1 सब-वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान करने में कारगर हैं। प्रारंभिक आंकड़ों से सामने आया है कि अपडेट वैक्सीन और इलाज अभी भी जेएन.1 सब-वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करेंगे।