Cyclone Michaung: तूफान के 72 घंटे बाद भी चेन्नई में कई जगह बिजली-इंटरनेट ठप, राजनाथ सिंह लेंगे तमिलनाडु के हालात का जायजा

चेन्नई, एजेंसी। Cyclone Michaung: ओडिशा पहुंचते-पहुंचते चक्रवात मिचौंग का असर अब कम हो गया है, हालांकि राज्य में कई जगह तेज बारिश हो रही है। इससे पहले तूफान ने तीन दिनों में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कई जिलों में भारी तबाही मचाई। चेन्नई में तूफान आने के 72 घंटे बाद भी जनजीवन अभी सामान्य नहीं हो पाया है। इस दौरान 100 से ज्यादा ट्रेनें और 50 से ज्यादा उड़ान रद हो गई हैं। कई ट्रेनों के रूटों में बदलाव किया गया है। प्रशासन ने 372 राहत केंद्र बनाए हैं, जिनमें करीब 41,400 लोग रह रहे हैं। चेन्नई समेत आसपास के कई क्षेत्रों में 72 घंटों से बिजली नहीं है। इंटरनेट भी ठप है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। वायुसेना के चेतक हेलीकाप्टरों की मदद से राशन व अन्य जरूरी सामग्री प्रभावितों तक पहुंचाई जा रही है।

 

चेन्नई और इसके पड़ोसी जिलों में कई इलाके अभी भी जलमग्न

इस बीच, गुरुवार को केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तमिलनाडु का दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और नुकसान का जायजा लेंगे। वह मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ बैठक भी करेंगे। उधर, आइएमडी के महानिदेशक डा. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि मिचौंग तूफान कमजोर पड़ गया है और अब इसका कोई विनाशकारी प्रभाव नहीं होगा। चक्रवात मिचौंग आने की वजह से चेन्नई और इसके पड़ोसी जिलों में कई इलाके अभी भी जलमग्न हैं। नागरिकों को बिजली-पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। बचाव दल राहत और पुनर्वास कार्यों में जुटे हैं।

लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए और अधिक नावें लगाने की गुहार

उधर, राज्य सरकार ने कहा कि केबल पानी में डूबे होने के कारण एहतियाती तौर पर कुछ इलाकों में बिजली बंद रखी गई है। उसका कहना है कि सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। सात दिसंबर को चेन्नई के स्कूलों और कालेजों में अवकाश बढ़ा दिया गया है। बुधवार को भी लोग पानी से घिरे इलाकों में अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित इलाकों में जाते देखे गए। साथ ही उन्होंने प्रशासन से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए और अधिक नावें मदद कार्यों में लगाने की गुहार लगाई। फिलहाल 200 से अधिक नावें बचाव एवं राहत कार्यों में लगी हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के कुछ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और एक राहत केंद्र में लोगों को भोजन और आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं। उन्होंने केंद्र को पत्र लिखकर हालात से निपटने के लिए 5,060 करोड़ रुपये की बाढ़ राहत की मांग की है।

 

मोदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति जताई संवेदना

पीएम नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उनकी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने चक्रवात मिचौंग के कारण अपने परिजनों को खो दिया है। एक्स पर मोदी ने पोस्ट किया- “मेरी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने मिचौंग तूफान के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है खासकर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में। मेरी प्रार्थनाएं चक्रवात में घायल और प्रभावित हुए लोगों के साथ भी हैं।” साथ ही मोदी ने कहा कि प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अधिकारी जमीन पर अथक प्रयास कर रहे हैं और स्थिति पूरी तरह सामान्य होने तक वह अपना काम जारी रखेंगे।

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