Diya Kumari: जानें कौन हैं दीया कुमारी, जिन्होंने राजघराने की राजकुमारी से उप मुख्यमंत्री तक किया राजनीतिक सफर

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। Diya Kumari। राजस्थान की उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी अब दीया कुमारी संभालेंगी। मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद दीया कुमारी को उप मुख्यमंत्री बनाने का एलान किया गया। आइए जानतें हैं कि दीया कुमारी की राजनीतिक और निजी जिंदगी कैसी रही है।

2013 में रखा था राजनीति में कदम

इस बार दीया कुमारी ने विद्याधर नगर विधानसभा सीट से प्रचंड जीत हासिल की है। जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी स्वर्गीय ब्रिगेडियर भवानी सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं। उनके पिता ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में लेफ्टिनेंट कर्नल और 10वीं पैराशूट रेजिमेंट के पैरा कमांडो के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में गौरव हासिल किया था। उन्होंने 10 साल पहले राजनीति में कदम रखा और साल 2013 में सवाई माधोपुर से विधायक चुनी गईं। दीया ने साल 2019 में राजसमंद से लोकसभा का चुनाव भी जीता था। भाजपा ने दीया कुमारी पर भरोसा जताते हुए उन्हें जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था।

राजमाता गायत्री देवी की देखरेख में हुआ लालन-पालन

30 जनवरी, 1971 को जन्मीं दीया कुमारी की प्रारंभिक शिक्षा जयपुर के महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल और नई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से हुई। उन्होंने लंदन के चेल्सी स्कूल ऑफ आर्ट्स से पढ़ाई की है। माता-पिता की इकलौती संतान होने के कारण वह अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी की देखरेख में पली बढ़ी हैं।

दीया कुमारी की दो बेटे और एक बेटी

राजकुमारी दिया की शादी महाराजा नरेन्द्र सिंह से हुई। 21 साल पहले 1997 में दोनों ने लव मैरिज की थी। विवाह को लेकर विवाद इसलिए हुआ कि दोनों एक ही गोत्र के थे। इसे लेकर राजपूत समाज में आक्रोश भी नजर आया। विवाह के बाद दोनों की तीन संतान हुईं। अब दीया ने अपने पति नरेंद्र सिंह से तलाक ले लिया है। दीया कुमारी के दो बेटे पद्मनाभ सिंह और लक्ष्यराज सिंह और बेटी गौरवी हैं।

कई एनजीओ और संगठन से जुड़ी हैं दीया

वह कई एनजीओ और संगठनों से जुड़ी हैं, जिनमें आई बैंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान और एचआईवी संक्रमित बच्चों के लिए काम करने वाला गैर सरकारी संगठन रेज शामिल हैं। वह एनजीओ की संरक्षक हैं। उनकी बेटी गौरवी कुमारी जयपुर में प्रिंसेस दीया कुमारी फाउंडेशन स्टोर की सह-संस्थापक हैं, जो फाउंडेशन में शामिल महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित सामानों को सेल करती हैं।

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