शिक्षा मंत्रालय ने कहा, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भरे गए 80 प्रतिशत पद

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के लंबे समय से खाली पदों को लेकर आलोचना झेल रहे शिक्षा मंत्रालय ने मिशन मोड में चलाए गए अभियान में 80 प्रतिशत से ज्यादा पदों को भर दिया है। इनमें से आधे से ज्यादा पद ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग के हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इस मिशन के शुरू होने से पूर्व शिक्षकों के करीब सात हजार पद खाली थे। हालांकि यह पद शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने व नए पदों के सृजित होने से लगातार घटते-बढ़ते रहते हैं।

मिशन मोड में अभियान चलाकर खाली पदों को भरा

शिक्षा मंत्रालय ने संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को लेकर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इसमें बताया है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए गए विशेष भर्ती अभियान के तहत केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अब तक 6,080 शिक्षकों की भर्ती की गई है। इसके साथ ही यह अभियान जारी है। भर्ती पोर्टल पर एक दिसंबर, 2023 की स्थिति में 45 हजार से ज्यादा आवेदन लंबित है। इन पर तेजी से विचार किया जा रहा है।

खाली पदों को तेजी से भरने के निर्देश

मंत्रालय के मुताबिक, केंद्रीय विश्वविद्यालय एक स्वायत्त संस्था है। ऐसे में वह अपने स्तर पर छात्रों की संख्या बढ़ने के साथ ही नई-नई भर्तियां सृजित करता रहता है। इसके साथ ही शिक्षक भी लगातार सेवानिवृत्त होते रहते हैं। ऐसे में संस्थानों में अक्सर नई-नई रिक्तियां बनी रहती हैं। फिलहाल सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को इन खाली पदों को तेजी से भरने के निर्देश दिए हैं। मौजूदा समय में देश में करीब 50 केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। इनमें शिक्षकों के करीब 19 हजार पद है। इनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर आदि शामिल हैं।

 

 

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