Assembly Election Exit Polls 2023: राजस्थान में भाजपा को बहुमत के आसार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर, जानें- अन्य राज्यों का एग्जिट पोल

नई दिल्ली, BNM news: Assembly Election 2023 Exit Poll: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम… पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो चुका है। तेलंगाना में वोटिंग खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े आ गए। ज्यादातर एग्जिट पोल में राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है। तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लीड करने की संभावना जाहिर की गई है। कांग्रेस राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता में है, जबकि भाजपा मध्य प्रदेश में राज करती है।

MNF के जोरमथांगा मिजोरम के मुख्यमंत्री हैं और BRS के के चंद्रशेखर राव तेलंगाना में सत्ता में हैं। विपक्ष के I.N.D.I.A. गठबंधन के लिए भी पांच राज्यों के चुनावी नतीजे बेहद अहम साबित होने वाले हैं। क्षेत्रीय दल चुनाव समाप्त होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। एग्जिट पोल से चुनाव नतीजों और 2024 के महत्वपूर्ण आम चुनाव पर इसके प्रभाव के संकेत मिलने की संभावना है। पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होनी है। नतीजों से पहले सभी एजेंसियों के एग्जिट पोल में की गई आंकड़े देखिए।

मिजोरम में कांग्रेस-MNF के बीच मुख्य मुकाबला

पूर्वोत्तर भारतीय राज्य मिजोरम के एग्जिट पोल अनुमान के मुताबिक एमएनएफ को 10-14 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस को 5-9 सीटें मिलने के आसार हैं। भाजपा जनाधार तलाशती दिख रही है। बीजेपी को 0-2 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में 15-25 सीटें जा सकती हैं।
इंडिया टीवी सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक एमएनएफ 14-18 सीटें जीतेगी। कांग्रेस को 8-10 सीटें मिलेंगी। भाजपा को 0-2 सीट मिल सकती है। अन्य और निर्दलीय के खाते में 12-16 सीटें जानें का अनुमान है।

2018 में कैसे थे एग्जिट पोल के नतीजे?

एग्जिट पोल के नतीजों में भाजपा-कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला दिखाया गया था। मध्य प्रदेश में सत्ता में किसकी वापसी होगी, इसका अनुमान स्पष्ट नहीं था। हालांकि, छत्तीसगढ़ में अधिकतर सर्वे भाजपा की वापसी का अनुमान जता रहे थे। एग्जिट पोल में राजस्थान में तत्कालीन वसुंधरा सरकार के सत्ता से जाने का अनुमान जताया गया था। दक्षिणी राज्य तेलंगाना में टीआरएस सत्ता में वापसी करती दिखाई गई थी। वहीं पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में कांग्रेस की वापसी पर संशय जताया गया था और एमएनएफ को बढ़त दिखाई गई थी।

ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल में क्या होता है अंतर? 

ओपिनियन पोल: ओपिनियन पोल चुनाव से पहले कराए जाते हैं। ओपिनियन पोल में सभी लोगों को शामिल किया जाता है। भले ही वो वोटर हों या नहीं हों। ओपिनियन पोल के रिजल्ट के लिए चुनावी दृष्टि से क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर जनता की नब्ज को टटोलने का प्रयास किया जाता है। इसके तहत क्षेत्रवार यह जानने की कोशिश की जाती है कि जनता किस बात से नाराज और किस बात से संतुष्ट है।

एग्जिट पोल: एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद किया जाता है। एग्जिट पोल में केवल वोटर्स को ही शामिल किया जाता है। मतलब इसमें वही लोग शामिल होते हैं, जो वोट डालकर बाहर निकलते हैं। एग्जिट पोल निर्णायक दौर में होता है। मतलब इससे पता चलता है कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है। एग्जिट पोल का प्रसारण मतदान के पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही किया जाता है।

पहले जान लीजिए ये एग्जिट पोल है क्या?

दरअसल एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे होता है। मतदान वाले दिन जब मतदाता वोट देकर पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो वहां अलग-अलग सर्वे एजेंसी और न्यूज चैनल के लोग मौजूद होते हैं। वह मतदाता से वोटिंग को लेकर सवाल पूछते हैं। इसमें उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने किसको वोट दिया है? इस तरह से हर विधानसभा के अलग-अलग पोलिंग बूथ से वोटर्स से सवाल पूछा जाता है। मतदान खत्म होने तक ऐसे सवाल बड़ी संख्या में आंकड़े एकत्र हो जाते हैं। इन आंकड़ों को जुटाकर और उनके उत्तर के हिसाब से अंदाजा लगाया जाता है कि पब्लिक का मूड किस ओर है? मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर ये निकाला जाता है कि कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं? इसका प्रसारण मतदान खत्म होने के बाद ही किया जाता है।

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