Haryana Results 2025: हरियाणा बोर्ड 12वीं का रिजल्ट में टॉप 10 में 6 छात्राएं, कैथल के अर्पणदीप टॉपर, छात्रों से ज्यादा छात्राएं पास

नरेन्‍द्र सहारण, चंडीगढ़: Haryana Results 2025: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) ने 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस बार का परिणाम ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है, जिसमें कुल पास प्रतिशत 85.66% रहा। परीक्षा में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या, उनकी सफलता का रुझान, जनपदवार प्रदर्शन, स्कूलों के प्रदर्शन की तुलना, विशेष स्ट्रीम्स के रिजल्ट्स, और सफल विद्यार्थियों की उपलब्धियों सहित अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां इस रिपोर्ट में संपूर्ण रूप से प्रस्तुत की गई हैं। आइए, विस्तार से जानें इस परिणाम की हर खास बात।

1. 12वीं कक्षा का परिणाम: एक नजर में

हरियाणा बोर्ड ने इस वर्ष 12वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस बार कुल 1,93,828 विद्यार्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया, जिनमें से 1,66,031 बच्चे पास हुए। परीक्षा में भाग न लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या 7,900 है। परीक्षा में भाग लेने वाले विद्यार्थियों का पास प्रतिशत 85.66% रहा है, जो पिछले वर्षों की तुलना में अच्छा संकेत है। इस परिणाम का विश्लेषण करने पर यह पता चलता है कि लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों की तुलना में बेहतर रहा है।

2. लड़कियों और लड़कों का प्रदर्शन

इस बार लड़कियों का पास प्रतिशत 89.41% रहा, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 81.86% रहा। इससे स्पष्ट है कि लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से लगभग 7.55% बेहतर रहा। यह आंकड़ा दर्शाता है कि लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बढ़त बना रही हैं, और उनके प्रदर्शन में सुधार हो रहा है। यह भी संकेत है कि शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रयास दोनों में वृद्धि हुई है।

3. जनपदवार प्रदर्शन: जींद का सर्वश्रेष्ठ परिणाम

आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा के सभी जिलों में जींद जिला सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला रहा है। यहां का रिजल्ट सर्वश्रेष्ठ रहा, जो दिखाता है कि इस जिले में शिक्षा के प्रति जागरूकता और स्कूलों की व्यवस्था उत्कृष्ट है। दूसरी ओर, नूंह जिला का रिजल्ट सबसे कमजोर रहा है, जो शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की जरूरत को दर्शाता है। इस तरह जिलावार प्रदर्शन का विश्लेषण कर यह समझा जा सकता है कि किस जिले में सुधार की आवश्यकता है और कहां बेहतर प्रबंधन हो रहा है।

4. टॉपर्स की उपलब्धियां: अव्वल स्थान पर अर्पणदीप सिंह

इस बार परीक्षा में टॉपर्स की बात करें तो कैथल के स्योंमाजरा के सरकारी स्कूल के छात्र अर्पणदीप सिंह ने 500 में से 497 नंबर प्राप्त कर पहला स्थान हासिल किया है। यह उत्कृष्ट उपलब्धि है, जो छात्रों की मेहनत और स्कूल की शिक्षण व्यवस्था का प्रमाण है। दूसरे स्थान पर सोनीपत के मनौली गांव की रचना सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा करीना और जींद के नरवाना की एसडी कन्या स्कूल की छात्रा यशिका रहीं, दोनों ने 495 नंबर प्राप्त किए। तीसरे स्थान पर जींद के डीएन मॉडल स्कूल की छात्रा सरोज रहीं, जिन्होंने 494 नंबर हासिल किए।

5. अन्य टॉपर्स और उनके नंबर

चौथे स्थान पर चार छात्रों ने बराबर 493 नंबर प्राप्त किए हैं। इनमें भिवानी के तोशाम के पीएस नवयुग स्कूल के नमन वर्मा, रेवाड़ी के भाखली स्थित एसकेजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के रजत, चरखी दादरी के वैश्य गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की नैंसी और भिवानी के आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल की अफसाना शामिल हैं। पाँचवें स्थान पर भिवानी के ढाणी भाखरा स्थित आर्यन सीनियर सेकेंडरी स्कूल की वंदना और फतेहाबाद के ढांगरा मॉडल केएम स्कूल की चंचल रहीं, दोनों ने 492 नंबर प्राप्त किए। यह जानकारी छात्रों और अभिभावकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि मेहनत का फल अवश्य मिलता है।

6. शिक्षा प्रणाली के प्रदर्शन में सुधार के संकेत

रिजल्ट में विभिन्न स्कूलों और स्ट्रीम्स का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि प्राइवेट स्कूलों का प्रदर्शन सरकारी स्कूलों की तुलना में बेहतर रहा है। सरकारी स्कूलों में 84.67% स्टूडेंट्स पास हुए, जबकि प्राइवेट स्कूलों का पास प्रतिशत 86.98% रहा। यह संकेत है कि प्राइवेट स्कूलों में बेहतर शिक्षण व्यवस्था और संसाधनों का उपयोग हो रहा है।

7. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का तुलना

शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों का रिजल्ट बेहतर रहा है। शहरी क्षेत्रों में 85.03% बच्चे पास हुए, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों का पास प्रतिशत 85.94% रहा। यह बात दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्र भी अब शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और सरकारी प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है।

8. स्ट्रीमवार रिजल्ट: कॉमर्स, आर्ट्स और साइंस

आंकड़ों के अनुसार, कॉमर्स स्ट्रीम में सबसे अधिक पास प्रतिशत रहा है, जो 92.20% है। इसके बाद आर्ट्स स्ट्रीम का स्थान है, जिसका पास प्रतिशत 85.31% है। साइंस स्ट्रीम में पास प्रतिशत 83.05% रहा। यह दर्शाता है कि कॉमर्स स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जो नए करियर विकल्पों की ओर विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित करता है।

9. स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का प्रदर्शन

 

स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 63.21% रहा है। इसमें कुल 3419 बच्चे शामिल थे, जिनमें से 2161 बच्चे पास हुए। यह संख्या दर्शाती है कि स्वयंपाठी परीक्षाओं में भी विद्यार्थी उत्साह और मेहनत से भाग ले रहे हैं, और उनके प्रयास भी सफल हो रहे हैं।

10. ओपन वार्षिक परीक्षा का परिणाम

 

ओपन वार्षिक परीक्षा का परिणाम 36.35% रहा है। इसमें कुल 14,144 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 5141 बच्चे पास हुए। परिणाम प्रतिशत 36.35% है, जो अपेक्षाकृत कम है। दूसरी ओर, शहरी बच्चों का पास प्रतिशत 42.33% रहा, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में यह 33.39% रहा। यह दर्शाता है कि शहरी क्षेत्रों में विद्यार्थियों की सफलता की संभावना अधिक है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है।

11. रि-अपीयर परीक्षा का परिणाम

 

रि-अपीयर परीक्षा का परिणाम 49.93% रहा है। इसमें 8045 बच्चे शामिल हुए, जिनमें से 4017 बच्चे पास हुए हैं। यह परीक्षा उन विद्यार्थियों के लिए अवसर है, जिन्होंने पहली बार में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। बेहतर तैयारी और पुनः प्रयास से सफलता की संभावना बढ़ती है।

12. पुनः जांच के लिए आवेदन प्रक्रिया

 

यदि कोई विद्यार्थी अपनी उत्तर पुस्तिकाओं की पुनः जांच करवाना चाहता है, तो उसे परिणाम घोषित होने के 20 दिनों के भीतर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसमें निर्धारित शुल्क देना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया विद्यार्थियों को उनकी परीक्षाओं का सही मूल्यांकन सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करती है।

13. शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और भविष्य की दिशा

 

इस रिजल्ट से स्पष्ट है कि हरियाणा में शिक्षा का स्तर बेहतर हो रहा है, लेकिन अभी भी कुछ क्षेत्रों और वर्गों में सुधार की आवश्यकता है। सरकार, स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावक मिलकर विद्यार्थियों को बेहतर संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। विशेष रूप से, ग्रामीण क्षेत्रों और सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने के प्रयास जारी रहना चाहिए।

14. निष्कर्ष

यह परिणाम हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था में सुधार और विद्यार्थियों की मेहनत का प्रमाण है। बेहतर परिणामों के लिए शिक्षण संस्थानों में निरंतर सुधार, नई तकनीकों का प्रयोग, शिक्षकों का समर्पण, और विद्यार्थियों का प्रयास आवश्यक है। यह परिणाम विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए नए उत्साह का संचार करता है और भविष्य में भी बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा देता है।

जींद जिला सबसे अच्छा रहा

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है, जिसमें कुल पास प्रतिशत 85.66% रहा। लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा है। जींद जिला सबसे अच्छा रहा, जबकि नूंह सबसे कमजोर। टॉपर्स में कैथल के अर्पणदीप सिंह प्रथम स्थान पर हैं, जिन्होंने 497 अंक प्राप्त किए। प्राइवेट स्कूलों का प्रदर्शन सरकारी स्कूलों से बेहतर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों ने शहरी क्षेत्रों को पीछे छोड़ दिया है। कॉमर्स स्ट्रीम में सबसे अधिक पास प्रतिशत रहा। स्वयंपाठी, ओपन और रि-अपीयर परीक्षाओं के परिणाम भी घोषित किए गए हैं। विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए यह परिणाम नई ऊर्जा और बेहतर भविष्य की दिशा में प्रेरणा का स्रोत हैं।

 

 

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