High blood Pressure: डायबिटीज मरीजों में हाई ब्लड प्रेशर से बढ़ सकता है स्ट्रोक का खतरा, रहना होगा सतर्क

नई दिल्ली, एजेंसी। डायबिटीज (Diabetes) और हाइपरटेंशन दोनों विश्व की बड़ी स्वास्थ्य चिंताएं हैं। एक ताजा शोध में पाया गया है कि सामान्य लोगों की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर (High blood Pressure) वाले डायबिटीज मरीजों में स्ट्रोक का जोखिम दो से चार गुना बढ़ जाता है। शोध का निष्कर्ष डायबिटीज एंड एएमपी, मेटाबोलिक सिंड्रोम जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

चीन के सेकेंड जियांग्या हास्टपिल आफ सेंट्रल साउथ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि जब हार्ट बीट बढ़ता है तो धमनियों पर दबाव पड़ता है। इससे टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि टाइप-2 डायबिटीज मरीजो में बेसलाइन ब्लड प्रेशर की अपेक्षा कम्यूलेटिव सिस्टलिक ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक का जोखिम बढ़ाता है। शोध टीम ने अपने अध्ययन में 8,282 प्रतिभागियों को शामिल किया। 6.36 वर्ष के फालोअप में पाया गया कि 324 (3.91 प्रतिशत) मरीजों में कोई भी और 305 (3.68 प्रतिशत) मरीजों में गैरघातक स्ट्रोक की घटनाएं पाई गईं। परिणाम से पता चलता है कि कम्यूलेटिव सिस्टलिक ब्लड प्रेशर और पल्स प्रेशर स्वतंत्र रूप से स्ट्रोक का जोखिम पैदा करते हैं।

शोध टीम ने कहा कि कम्यूलेटिव बीपी और स्ट्रोक के बीच एक संबंध की पहचान की गई और पारंपरिक जोखिम कारक ने सिस्टलिक ब्लड प्रेशर से मिलकर इसके जोखिम को और बढ़ा दिया। डायबिटीज और हाइपरटेंशन दोनों प्रमुख स्वास्थ्य चिंताएं हैं और दुनिया के लिए एक चुनौती बनी हुई हैं। ताजा शोध में बताया गया है कि बिना ब्लड शुगर वाले रोगियों की तुलना में डायबिटिक मरीजों में इस्चेमिक स्ट्रोक का खतरा दो से चार गुना बढ़ जाता है। अध्ययन में बताया गया है कि इससे अपंगता के साथ मृत्यु का जोखिम भी बढ़ जाता है।

 

 

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