कलायत में विकसित होगी औद्योगिक टाउनशिप, हरियाणा में औद्योगिक क्रांति की नई पहल, 10 जिलों में बसेंगी आधुनिक टाउनशिप,
नरेन्द्र सहारण चंडीगढ हरियाणा सरकार की यह पहल न केवल प्रदेश में औद्योगिक क्रांतिex लाएगी बल्कि इससे लाखों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। औद्योगिक टाउनशिप का विकास राज्य के आर्थिक परिदृश्य को बदलने में अहम भूमिका निभाएगा।
New Industrial Township Haryana : हरियाणा सरकार ने राज्य में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुवाई में सरकार ने प्रदेश के 10 जिलों में इंटीग्रेटेड औद्योगिक टाउनशिप (Integrated Industrial Township) विकसित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा को एक औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करना और युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करना है।
औद्योगिक टाउनशिप का मास्टर प्लान तैयार
सरकार ने इन टाउनशिप को मुख्य एक्सप्रेसवे और स्टेट हाईवे के किनारे बसाने का फैसला किया है ताकि उद्योगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत, दिल्ली-कटरा राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे 5 (Delhi-Katra Expressway), नारनौल-अंबाला एक्सप्रेसवे (152D) और डबवाली-पानीपत प्रस्तावित राजमार्ग (Dabwali-Panipat Highway) के किनारे इन टाउनशिप को बसाया जाएगा। सरकार का मानना है कि इन टाउनशिप के बनने से प्रदेश में औद्योगिक निवेश को तेजी मिलेगी और हरियाणा को देश के अग्रणी औद्योगिक राज्यों में शामिल किया जा सकेगा।
किन जिलों को मिला औद्योगिक हब बनने का मौका?
औद्योगिक टाउनशिप के लिए 10 प्रमुख जिलों का चयन किया गया है, जिनमें न्यू गुरुग्राम, हिसार एयरपोर्ट क्षेत्र, सिरसा, भिवानी, नारनौल, ग्रेटर फरीदाबाद, जींद, अंबाला और कैथल शामिल हैं। सरकार का कहना है कि इन जिलों का चयन उनकी भौगोलिक स्थिति, कनेक्टिविटी और औद्योगिक संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इसके अलावा, इन जिलों में पहले से ही औद्योगिक ढांचा मौजूद है, जिससे निवेशकों को आकर्षित करना आसान होगा।
मिलेगा रोजगार और बढ़ेगा निवेश
सरकार का दावा है कि इस योजना से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रदेश के युवा जो नौकरी की तलाश में दिल्ली या अन्य राज्यों में जाते हैं, उन्हें अब अपने ही राज्य में रोजगार के अवसर मिलेंगे। इन औद्योगिक टाउनशिप में बड़े और छोटे उद्योगों को बसाने के लिए विशेष सुविधाएं दी जाएंगी, जिसमें बिजली, पानी, परिवहन और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होगा। उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि हरियाणा की इस पहल से प्रदेश का आर्थिक विकास कई गुना बढ़ सकता है।
गुरुग्राम और फरीदाबाद में विशेष सर्वेक्षण
गुरुग्राम और फरीदाबाद को औद्योगिक विकास के लिए सबसे उपयुक्त जिले माना जाता है, क्योंकि ये दिल्ली के करीब स्थित हैं। सरकार इन जिलों में औद्योगिक विकास की संभावनाओं का पता लगाने के लिए विशेष सर्वेक्षण करवा रही है। इस सर्वेक्षण से यह पता चलेगा कि किन क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क और औद्योगिक ज़ोन बनाए जा सकते
इस परियोजना से क्या होगा फायदा?
सरकार के अनुसार, इस योजना से न केवल औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि प्रदेश में व्यापक पैमाने पर आर्थिक सुधार भी होंगे। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार टैक्स में छूट, सब्सिडी और अन्य सुविधाएं भी देने पर विचार कर रही है। इसके अलावा, हरियाणा के उद्योग जगत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलेगा।
हरियाणा सरकार की यह पहल न केवल प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाएगी बल्कि इससे लाखों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। औद्योगिक टाउनशिप का विकास राज्य के आर्थिक परिदृश्य को बदलने में अहम भूमिका निभाएगा। यह योजना हरियाणा को देश का सबसे पसंदीदा औद्योगिक निवेश गंतव्य बनाने में सहायक साबित होगी।