कुरुक्षेत्र के टोल प्लाजा पर ज्यादा टैक्स देना होगा: NHAI की नए रेट्स की घोषणा; 1 अप्रैल से लागू होंगी नई दरें

नरेन्द्र सहारण, कुरुक्षेत्र: Kurukshetra News: कुरुक्षेत्र के थाना टोल प्लाजा पर टोल दरों में हुई हाल की वृद्धि ने वाहन चालकों और दैनिक यात्रियों के लिए एक नई चिंता को जन्म दिया है। इस बढ़ोतरी का सीधा प्रभाव उन लोगों पर पड़ेगा जो रोज़ाना इस मार्ग का उपयोग करते हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की ओर से ली गई यह फैसला 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा, जिसका उद्देश्य राजस्व बढ़ाने के साथ ही सड़क परिवहन की गुणवत्ता में सुधार करना है। चलिए जानते हैं इस वृद्धि के पीछे के कारण और इससे प्रभावित होने वाले लोगों की राय।
टोल की दरों में वृद्धि का कारण
NHAI की टोल दरों में वर्ष में एक बार बढ़ोतरी की परंपरा है। इस बार, टोल दरों में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जिसे सड़क रखरखाव, सुधार कार्य और नए परियोजनाओं के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए आवश्यक बताया गया है। देश में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए लगातार निवेश की आवश्यकता है, और टोल के माध्यम से मिलने वाला राजस्व इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नई दरों का विवरण
थाना के टोल प्लाजा पर विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए नई टोल दरें इस प्रकार होंगी:
कार, जीप और वैन: इन वाहनों के लिए टोल दरों में वृद्धि के बाद यात्रियों को अधिक भुगतान करना होगा, जिसे उन्होंने पहले विभिन्न प्रकार की यात्राओं के लिए परिवहन लागू किया था।
बड़े वाहनों (ट्रक और बस): बड़ी लोड कैपेसिटी वाले वाहनों के मालिकों को भी अब नई दरों के अनुसार अधिक टोल देना होगा, जिससे उनके संसाधनों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
इसके अतिरिक्त, मंथली पास बनवाने वाले यात्रियों के लिए भी 10 रुपए की वृद्धि की गई है। इससे रोजाना यात्रा करने वाले लोगों पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा।
मंथली पास का अतिरिक्त बोझ
गौरतलब है कि जो लोग नियमित रूप से यात्रा करते हैं, वे अक्सर मंथली पास बनवाते हैं ताकि वे टोल शुल्क में कुछ बचत कर सकें। लेकिन अब, मंथली पास के लिए भी 10 रुपए का अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा, जिससे उनकी मासिक खर्चों में बढ़ोतरी होगी। वाहन चालकों का मानना है कि यह वृद्धि अनावश्यक है और सामान्य जीवनशैली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
चालकों की नाराजगी
नवीनतम टोल वृद्धि की घोषणा के बाद, चालकों में नाराजगी देखी जा रही है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि इस तरह की लगातार बढ़ोतरी उनके परिवार के बजट को प्रभावित करेगी। कई चालकों ने यह भी बताया कि वे विकल्प के रूप में अन्य मार्गों का उपयोग करने पर विचार कर रहे हैं, जिससे टोल प्लाजा पर यातायात कम हो जाएगा।
नई दरों की प्रभावी तिथि
थाना टोल प्लाजा के प्रबंधक अजय पांडे ने पुष्टि की है कि नई दरें 1 अप्रैल सुबह 8 बजे से लागू होंगी। उन्होंने बताया कि उन्हें नए रेट्स के लिए आदेश मिल चुके हैं और ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की गलती को रोकने के लिए सभी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है। साथ ही, उन्होंने कहा कि फास्ट टैग की उपभोक्ता कीमतों पर भी बढ़ोतरी की जाएगी, जिससे इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रहण पर निर्भरता बढ़ेगी।
NHAI के दृष्टिकोण
NHAI का कहना है कि यह वृद्धि आवश्यक है ताकि सड़क नेटवर्क की स्थिति को बनाए रखा जा सके और संभावित विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय समर्थन जुटाया जा सके। एक मजबूत सड़क नेटवर्क देश की आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए निर्णायक है। हालांकि, यह भी सच है कि इस प्रक्रिया में आम नागरिकों की सुविधाओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।
नागरिकों की अपेक्षाएं
सड़क सुरक्षा, सुगम यातायात और उचित स्वच्छता जैसे मुद्दों पर जनता की अपेक्षाएं निरंतर बढ़ रही हैं। नागरिकों का मानना है कि यदि टोल की दरें बढ़ाई जा रही हैं, तो उनकी सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होना चाहिए। सही मायने में, टोल दरों में बढ़ोतरी का मुख्य उद्देश्य बुनियादी ढांचे को बनाए रखना और उसे विकसित करना है, लेकिन यह सिर्फ तब तक संभव है जब तक नागरिकों को इससे संबंधित सेवाओं में कोई सुधार दिखे।
समाज को प्रभावित करेगा
थाना टोल प्लाजा पर टोल दरों में बढ़ोतरी एक ऐसा विषय है जो न केवल दैनिक यात्रियों, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करेगा। यह बढ़ोतरी यह सुनिश्चित करती है कि इन सड़कों की बेहतर देखभाल की जा सके, लेकिन इसकी कीमत सामान्य जनता को चुकानी पड़ती है। सरकार और NHAI को चाहिए कि वे इस बढ़ोतरी के साथ-साथ उपयोगकर्ताओं के अनुभव और सुविधाओं में सुधार पर भी ध्यान केंद्रित करें, ताकि लोग सड़क यात्रा को सुरक्षित, किफायती और सुविधाजनक मान सकें। इस बढ़ोतरी को समझने और संतुलित तरीके से प्रबंधित करने के लिए संवाद और परामर्श की आवश्यकता है, ताकि सभी पक्ष इस निर्णय से प्रभावित होने के बाद भी संतोषप्रद स्थिति में रह सकें।