नीरज चोपड़ा टेनिस खिलाड़ी हिमानी मोर के साथ बंधन में बंधे, दोनों परिवारों की सहमति से हुई शादी

पत्नी हिमानी (बाएं) के साथ ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (दाएं)।
नरेन्द्र सहारण, पानीपत : ओलिंपिक में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा टेनिस खिलाड़ी हिमानी मोर के साथ विवाह बंधन में बंध गए हैं। 16 जनवरी को शिमला के होटल सूर्या में हिमानी संग फेरे लिये और अन्य सभी रस्में पूरी की। इस शादी समारोह में नीरज के परिवार से पिता सतीश चोपड़ा, मां सरोज, दादा धर्म सिंह, चाचा भीम, सुरेंद्र, सुलतान, चाची व भाई बहन शामिल हुए। इस कार्यक्रम को पूरी तरह गोपनीय रखा गया। नीरज चोपड़ा ने रविवार की शाम को स्वयं इंटरनेट मीडिया पर फोटो साझा किए।
14 से 16 जनवरी तक चली शादी की रस्में
नीरज चोपड़ा व हिमानी मोर दोनों ही परिवार 14 जनवरी को शिमला के होटल सूर्या में पहुंचे। इस कार्यक्रम में दोनों ही परिवार के लगभग 30 सदस्य शामिल हुए और नव विवाहित जोड़े को अपना आशीर्वाद दिया। 14 जनवरी को हल्दी की रस्म हुई। 15 जनवरी को मेहंदी व महिला संगीत कार्यक्रम चला। 16 जनवरी को दोनों ने फेरे लिये। 17 जनवरी को सभी पंचकूला स्थित आवास पर पहुंचे। उसी दिन नीरज और हिमानी पगफेरे की रस्म अदा करने उनके सोनीपत स्थित पैतृक गांव लड़सौली पहुंचे। 18 जनवरी को नीरज पत्नी हिमानी को लेकर पैतृक गांव खंडरा पहुंचे। 19 जनवरी की सुबह नीरज की मां ने गांव में दोनों की पारंपरिक रस्में पूरी कराईं। 19 जनवरी की रात्रि नीरज और हिमानी अमेरिका के लिए रवाना हो गए। चाचा भीम सिंह ने बताया कि नवदंपती के अमेरिका से लौटने के बाद रिसेप्शन किया जाएगा।
किसान परिवार में जन्मे नीरज
नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर, 1997 को पानीपत जिले के खंडरा गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता, सतीश कुमार, एक किसान हैं और उनकी माता, सरोज देवी, एक गृहिणी हैं। नीरज का 19 सदस्यीय संयुक्त परिवार है।
सोनीपत की रहने वाली हैं हिमानी
हिमानी मोर का जन्म 26 जून 1999 को सोनीपत के गांव लडसौली में हुआ। परिवार में हिमानी की मां मीना व पिता चांद सिंह मोर व एक भाई हैं। उसने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सोनीपत के निजी स्कूल लिटिल एंजेल से की। दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कालेज में ग्रेजुएशन की। वहां पर उन्हें लगातार दो बार सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी के खिताब से नवाजा गया। हिमानी ने वर्ष 2017-18 में ताइवान में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी टेनिस चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था। इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली वह प्रदेश से अकेली महिला खिलाड़ी थी। इसके पहले उन्होंने ग्वालियर में आयोजित आइटा रैंकिंग टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। इस समय भारत में हिमानी की टेनिस के एकल वर्ग में 34वीं तथा युगल वर्ग में 24वीं रैंकिंग है। इसके अलावा हिमानी के खाते में जिला व राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर की बहुत सी उपलब्धियां दर्ज हैं।
नीरज का प्रारंभिक जीवन और खेल से जुड़ाव
नीरज का वजन बचपन में अधिक था और इस वजह से उनके परिवार ने उन्हें खेलकूद में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, ताकि उनका वजन कम हो सके। 11 साल की उम्र में, नीरज ने पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में भाला फेंक की प्रैक्टिस शुरू की। यहां उन्होंने सीनियर खिलाड़ी जयवीर के साथ खेल अभ्यास शुरू किया, जिन्होंने उनकी खेल प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी।
नीरज के करियर की शुरुआत
नीरज की मेहनत और प्रतिभा ने जल्द ही रंग दिखाना शुरू किया। 2016 में, उन्होंने आइएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में 86.48 मीटर का नया जूनियर विश्व रिकार्ड स्थापित किया और स्वर्ण पदक जीता। यह उनकी पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय सफलता थी और इससे उनके करियर को नई दिशा मिली।