Parliament Attack: एक्शन मोड में गृह मंत्रालय, सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल के नेतृत्व में जांच समिति गठित
नई दिल्ली, एजेंसी। Parliament Attack: 2001 में संसद में आतंकी हमले की बरसी के दिन सुरक्षा चूक को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं। प्रवक्ता ने कहा कि जांच समिति संसद की सुरक्षा में सेंध के कारणों की जांच करेगी, खामियों की पहचान करेगी और आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की स्पेशल सेल से मामले की जांच कराई जा सकती है। दिल्ली पुलिस ने शिकायत की फाइल तैयार कर कैबिनेट सचिव के पास भेज दी है। वहां से अनुमति मिलने के बाद ही संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
कैसे दिया घटना को अंजाम
लोकसभा की कार्रवाई के दौरान बुधवार को दो शख्स लखनऊ के सागर शर्मा और कर्नाटक के मनोरंजन दर्शक दीर्घा से सदन के अंदर कूद गए थे। दोनों सांसदों की कुर्सी और मेज के ऊपर चढ़कर उत्पात करने लगे। उस समय भाजपा सांसद खगेन मुर्मू अपना पक्ष सदन के पटल पर रख रहे थे। इसके बाद दोनों शख्स ने जूते से धुआं बम निकाला और पूरे सदन में धुआं-धुआं कर दिया। उसके बाद उसकी पिटाई कर सुरक्षा कर्मियों को सौंप दिया गया। उधर, नीलम और अमोल शिंदे ने दोपहर एक बजे जब संसद भवन से कुछ दूर ट्रांसपोर्ट भवन के पास कलर स्मोक क्रैकर छोड़ते हुए नारेबाजी शुरू की तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया।
शख्स और उसके परिवार के बारे में होगी विस्तृत जांच
उधर, लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन पर परभणी के संरक्षक मंत्री संजय बनसोडे ने कहा कि मैंने लातूर के एसपी अमोल शिंदे से बात की है। संसद में प्रवेश करने वाला व्यक्ति लातूर में रहता है। उसके बारे में प्रारंभिक जानकारी यह है कि वह विभिन्न पुलिस भर्ती परीक्षाओं में शामिल हुआ था, लेकिन कई बार असफल रहा। उसका परिवार इस घटना से अनभिज्ञ है। मैंने एसपी को उसके और उसके परिवार के बारे में विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया है। यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और हम पूरी जांच करेंगे।