Parliament Security Breach : ललित ने बंगाल के एक और छात्र को भेजा था संसद परिसर में रंगीन धुआं उड़ाने का वीडियो
कोलकाता, बीएनएम न्यूज। Parliament Security Breach : संसद में घुसपैठ मामले के मास्टरमाइंड ललित झा (Lalit Jha) ने बंगाल के एक और छात्र को संसद परिसर में रंगीन धुआं उड़ाने का वीडियो वाट्सएप से भेजा था। उसका नाम सौरव चक्रवर्ती है। सौरव नदिया जिले के राणाघाट का रहने वाला है। सौरव ने दावा किया है कि ललित से उसकी दोस्ती नहीं है। दोनों एक संगठन से जुड़े हैं, जिसके कामकाज के सिलसिले में उसकी ललित से कई बार मुलाकात हुई थी। इससे पहले नीलाक्ष आइच नामक छात्र का पता चला था, जिसे ललित ने यह वीडियो भेजा था। नीलाक्ष उत्तर 24 परगना जिले के हालीशहर का रहने वाला है औऱ बिधाननगर कालेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है।
नीलाक्ष पर पुलिस की नजर
इस मामले में कोलकाता पुलिस की नजर नीलाक्ष आइच के बाद एक और छात्र पर है। उसका नाम सायन पाल है और वह ‘साम्यवादी सुभाष सभा’ नामक संगठन से जुड़ा बताया जा रहा है। इस साल जुलाई में संगठन की ओर से एक जुलूस का आह्वान किया गया था। जुलूस निकालने की अनुमति के लिए पुलिस से जो लिखित आवेदन किया गया था, उसमें ललित के भी हस्ताक्षर हैं। नीलाक्ष और सायन संगठन के सदस्य हैं। इस मामले में बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट की एक टीम नीलाक्ष के उत्तर 24 परगना जिले के हालीशहर स्थित घर जाकर उससे पूछताछ कर चुकी है।
लाकडाउन के समय कोलकाता की सड़कों पर मछलियां बेचा करता था ललित
संसद में घुसपैठ मामले का मास्टरमाइंड ललित झा लाकडाउन के समय कोलकाता की सड़कों पर मछलियां बेचा करता था। ललित कोलकाता के बागुइआटी इलाके के जिस किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहता था, उसकी मालकिन शेफाली सर्दार ने यह बात बताई है। उन्होंने कहा कि ललित के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए लाकडाउन के समय परिवार चलाने के लिए उसे सड़कों पर मछलियां बेचनी पड़ीं। ललित जब किराए पर मकान लेने आया था तो उसने कहा था कि यहां उसके पिता और भैया आकर रहेंगे। बाद में वह अपनी मां को भी ले आया और खुद भी रहने लगा। ललित की इलाके में शिक्षक के रूप में पहचान थी।
बड़े भाई ने बताया, नौकरी नहीं मिलने से ललित हताश था
उसने बताया था कि वह एक स्कूल में पढ़ाता था लेकिन वेतन कम होने के कारण नौकरी छोड़ दी थी। वह आसपास रहने वाले बच्चों को ट्यूशन देता था। मोहल्ले में होने वाली सरस्वती पूजा में उसे आमंत्रित किया जाता था। शेफाली ने आगे बताया कि ललित ने उससे कहा था कि वह बड़ाबाजार इलाके में जिस मकान में रहता था, उसका एक हिस्सा ढह जाने के कारण वहां से हटना पड़ा है इसलिए नया मकान ढूंढ रहा है। ललित के बड़े भाई शंभु झा ने बताया कि ललित की पढ़ाई कोलकाता में ही हुई है। नौकरी नहीं मिलने से वह काफी हताश था। हो सकता है कि इसी वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया हो। उन्होंने आगे कहा कि उनके परिवार की अभी जो आर्थिक स्थिति है, उसमें दिल्ली जाकर ललित को जमानत पर छुड़ाने और उसके लिए मुकदमा लडऩे का उनका सामथ्र्य नहीं है।