Rajouri Encounter: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ जारी, दो अधिकारी सहित सेना के चार जवान शहीद
जम्मू, BNM News: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले (Rajouri Encounter) में बड़ी घटना सामने आई है। बुधवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में सेना के चार जवान शहीद हो गए। इसमें कैप्टन लेवल के दो अधिकारियों और दो जवान को जान गंवानी पड़ी। वहीं दो अन्य जवान घायल हो गए। सेना के अधिकारियों ने बताया कि घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेर लिया है और भीषण मुठभेड़ जारी है। सूत्रों के मुताबिक, जान गंवाने वालों में कैप्टन शुभम, मेजर एमवी प्रांजिल और हवलदार माजिद शामिल हैं।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इसी दौरान जंगल में छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। यहां दो आतंकियों के छिपे होने की खबर है। वहीं, आर्मी PRO ने बताया कि 19 नवंबर को कालाकोट इलाके के गुलाबगढ़ जंगल में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। बुधवार को हुई मुठभेड़ में आतंकी भी घायल हुए थे। उन्हें घेर लिया गया है।
सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेरा, मुठभेड़ जारी
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेर लिया है और भीषण मुठभेड़ जारी है। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के दौरान दो कैप्टन, एक हवलदार और एक जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने कहा कि एक मेजर और एक अन्य जवान घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि घायलों को उधमपुर स्थित सैन्य अस्पताल ले जाया गया है।
कहां हो रहा है एनकाउंटर
पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई। सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार को राजौरी के गुलाबगढ़ जंगल के कालाकोट इलाके में संयुक्त अभियान शुरू किया गया।
कब से चल रही है आतंकियों से मुठभेड़
‘व्हाइट नाइट कोर’ की ओर से कहा गया है कि 22 नवंबर को मुठभेड़ हुई और भीषण गोलीबारी हुई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार से ही घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है। एक ग्रामीण ने बताया कि अभियान के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था। हमारे बच्चे घर पर ही रहे और स्कूल नहीं गए। उन्होंने बताया कि गांव के नजदीक वन क्षेत्र में मुठभेड़ जारी है।