Sukhdev Gogamedi Murder : गोगामेड़ी के हत्यारों की पहचान, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी
जयपुर, बीएनएम न्यूज।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिह गोगामेड़ी (Sukhdev Gogamedi Murder) की मंगलवार को उनके घर में घुसकर गोली मारकर की गई हत्या के दो आरोपितों की पुलिस ने पहचान कर ली है। इनमें एक राजस्थान में नागौर जिले के मकराना का रोहित राठौड़ और दूसरा हरियाणा में महेंद्रगढ़ के दौगड़ा जाट का निवासी नितिन फौजी है। नितिन अभी सेना की 19 जाट रेजिमेंट में सैनिक तौर पर अलवर में तैनात है। वह आठ नवंबर को दो दिन के अवकाश पर अपने घर गया था लेकिन वापस ड्यूटी पर नहीं लौटा है। नितिन ने ही गोगामेड़ी को गोली मारी थी।
बठिंडा जेल में बंद गैंगस्टर संपत नेहरा के संपर्क में था एक शूटर
जानकारी के अनुसार, नितिन पंजाब की बठिंडा जेल में बंद लारेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर संपत नेहरा के संपर्क में था। नेहरा पर हत्याकांड की साजिश रचने का शक जताया जा रहा है। नितिन के स्वजनों का कहना है कि वह नौ नवंबर को घर से गाड़ी ठीक करवाने की बात कह कर गया था। उसके बाद से नितिन का परिवार से कोई संपर्क नहीं है।
11 अफसरों की एसआईटी गठित
उधर, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध )दिनेश एमएन के नेतृत्व में 11 अफसरों की एसआईटी गठित की है। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों की पहचान की है। मिश्रा ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज होते ही पुलिस ने दोनों वांछित अभियुक्तों पर पांच-पांच लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया है।
नितिन और रोहित के फोटो जारी
मिश्रा ने कहा कि पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही है। पुलिस ने नितिन और रोहित के फोटो जारी किए हैं। हत्याकांड के विरोध में बुधवार को पूरे प्रदेश में बंद, धरने और प्रदर्शन का दौर जारी रहा। जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जार्ज जोसफ ने कहा कि हत्यारों की तलाश की जा रही है। उनके स्वजनों को जयपुर लाकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि दोनों हत्यारों फिलहाल राजस्थान में ही कहीं छिपे हुए हैं।
राज्यपाल ने शाह से बात की
राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की। मिश्र ने मुख्य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक वसुंधरा राजे से फोन पर बात की। भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखकर गोगामेड़ी हत्याकांड की जांच एनआईए से करवाने की मांग की है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अपराधियों को जल्द पकड़ा जाना चाहिए।
पंजाब पुलिस ने दिया था इनपुट
पंजाब पुलिस ने 14 फरवरी को राजस्थान पुलिस को इनपुट दिया था कि बठिंड़ा जेल में बंद गैंगस्टर संपत नेहरा ने गोगामेड़ी को मारने के लिए साजिश रची है। नेहरा गोगामेड़ी को मारने के लिए जेल के बाहर एक-47 की व्यवस्था कर रहा है। इसके बाद राजस्थान पुलिस की एसओजी और एटीएस की ओर से 14 मार्च को अतिरिक्त महानिदेशक (सुरक्षा) को लिखा गया था। गोगामेड़ी ने भी सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हे सुरक्षा नहीं दी। इसका नतीजा यह रहा कि दो शूटरों ने गोगामेड़ी की हत्या कर दी। पुलिस रोहित गोदारा के गुर्गों से पूछताछ कर रही है।
प्रदेश में कई शहरों व कस्बों में बंद और तोड़फोड़
गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में मंगलवार शाम से ही विरोध विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया जो बुधवार को दिनभर जारी रहा। बुधवार को प्रदेश के सभी जिलों में बंद और विरोध प्रदर्शन का दौर चला। कई स्थानों पर तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुई है। राजपूत समाज के आह्वान पर बुधवार को पूरे प्रदेश में बंद रहा। बाजार और अन्य व्यापारिक संस्थान बंद रहे। रोडवेज और निजी बसों का संचालन बंद रहा। बंद समर्थकों ने जयपुर में आगरा रोड़ पर रोडवेज की बस को आग के हवाले कर दिया। जयपुर के आधा दर्जन स्थानों पर टायर सहित अन्य सामान जलाकर रास्ते रोके गए। कई स्थानों पर टायर जलाए गए। उदयपुर में कलेक्टर कार्यालय पर पथराव किया गया। भीलवाड़ा में बंद समर्थकों ने एक ट्रेन को रोका। हालांकि, कुछ देर बाद रेल मार्ग व्यवस्था कर दिया गया। जोधपुर, अजमेर, कोटा, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, करौली सहित अधिकांश जिलों में विरोध प्रदर्शन और बंद का दौर बुधवार को दिनभर जारी रहा। स्कूलों में अवकाश रहे। अन्य समाजों ने भी बंद को समर्थन दिया।
अस्पताल के बाहर जमा रहे लोग
जयपुर के जिस मेट्रो मास अस्पताल में गोगामेड़ी को मृत घोषित किया गया था। वहां राजपूत समाज के लोग मंगलवार शाम से बुधवार तक जुटे रहे। धरना देकर बैठे लोग गोगामेड़ी और गंभीर रूप से घायल उनके सुरक्षाकर्मी को विशेष पैकेज देने और शूटरों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। अब तक गोगामेडी के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। पड़ोसी राज्यों से राजपूत समाज के लोग जयपुर पहुंचे हैं।