UP Crime: गर्भ में बेटा ही देखना है, कहकर हंसिए से फाड़ दिया पत्नी का पेट, अब मिली उम्रकैद

पन्ना लाल।

बदायूं, बीएनएम न्यूज : UP Crime: शादी के 22 वर्ष गुजर गए। आंगन में पांच बेटियों की चहक थी मगर, पन्नालाल के दिमाग में बेटे का फितूर बैठ गया। पत्नी अनीता छठी बार गर्भवती हुईं। एक माह बाद प्रसव होना था परंतु, पति उनकी स्थिति महसूस करने से इतर रट लगाए था। इस बार बेटा ही चाहिए। एक दिन अचानक सनक में बेटा देखने की जिद में हंसिया से पत्नी का पेट फाड़ दिया। उसके इस कृत्य ने गर्भस्थ शिशु की जान ले ली। वह बेटा ही था। पत्नी का पेट फाड़ने और गर्भस्थ शिशु की जान लेने में पन्नालाल को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। फैसले के बाद पत्नी बोलीं, आठ महीने कोख में जिसे रखा, उसकी मृत्यु का दर्द आज भी है और क्रूर पति के जेल जाने पर खुशी है।

किराना की दुकान से चल रहा गुजारा

अनीता मकान के एक हिस्से में किराना की दुकान चलाकर पांचों बेटियों का भरण पोषण कर रही हैं। घटनाक्रम बताते हुए वह भावुक हो गईं। 19 सितंबर 2020 की शाम करीब चार बजे थे, पति पन्नालाल चाय-समोसा की दुकान बंदकर अचानक घर आया। कहने लगा कि गर्भ में देखेगा कि बेटा है या नहीं। इस बार बेटा नहीं हुआ तो दूसरी शादी कर लेगा। वह हंसिया उठा लाया तो वह डरकर भागी मगर बच न सकी। छीनाझपटी में हंसिया का एक वार सीने और दूसरा पेट पर लगा। लहूलुहान होकर चीखने लगी तो परिवार के अन्य सदस्य आए। इस बीच पति भाग गया। मायके वाले उसे दिल्ली लेकर पहुंचे। तीसरे दिन वहां आपरेशन हुआ तब पता चला कि गर्भ में बेटा ही था, जोकि पति के हमले में दम तोड़ चुका था। यदि एक माह पति सब्र रखता तो उसकी इच्छा पूरी हो जाती और बेटे की जान भी न जाती। घटना के तीसरे दिन जानलेवा हमला और गर्भपात के आरोप में पन्नालाल को जेल भेज दिया था। दो वर्ष बाद उसे जमानत मिली। इसके बाद समझौते का दबाव बनाने लगा। घर आकर हमला किया। तब पिछले वर्ष प्राथमिकी पंजीकृत करानी पड़ी। अनीता बताती हैं कि आठ महीने उपचार के बाद दिल्ली से लौटी तो मायके वालों ने भी किनारा कर लिया। ऐसे में ससुराल के पास खरीदे गए मकान में रहने लगीं। भरण पोषण के लिए किराना की दुकान खोल ली।

बेटी ने दिया था बयान, पापा ने हमला किया

प्रकरण की सुनवाई महिला अपराध के विशेष न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक) सौरभ सक्सेना की कोर्ट में हुई। अनीता की बड़ी बेटा निर्जला ने बयान दिए कि पापा मम्मी से कह रहे थे कि पेट फाड़कर देखूंगा कि बेटा है बेटी। अचानक वह हमलावर हो गए। मैंने बचाने का प्रयास किया तो धक्का दे दिया। इसके बाद उनके पेट पर हंसिया मारकर भाग गए। न्यायाधीश ने आदेश में लिखा कि अभियुक्त ने अत्यंत वीभत्स तरीके से पत्नी के पेट पर हंसिया से प्रहार किया। ऐसा लगता है कि उसे कानून का भय नहीं। उसे उम्र कैद की सजा सुनाई जाती है।

 

 

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