Vishnu Dev Sai: जानें कौन है विष्णु देव साय, जिनको छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाने का अमित शाह ने दे दिया था संकेत

रायपुर, बीएनएम न्यूज। छत्तीसगढ़ में भाजपा के विष्णु देव साय नए मुख्यमंत्री होंगे। यह फैसला छत्तीसगढ़ की विधायक दल की बैठक में लिया गया। वह 1999 से 2014 तक रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। अब तक चार बार के सांसद, तीन बार के विधायक और छत्तीसगढ़ में भाजपा के अध्यक्ष की कमान संभालने वाले विष्णुदेव साय केंद्र सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। छत्तीसगढ़ में लगातार आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग उठती रही और आखिरकार भाजपा की सरकार में यह साकार हो गया है। इसके अलावा अरुण साव और विजय शर्मा उपमुख्यमंत्री होंगे और रमन सिंह विधानसभा अध्यक्षा बनेंगे। विष्णुदेव साय सरगुजा संभाग से और एक आदिवासी कद्दावर नेता है।  विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए विष्णुदेव साय शाम को ही राजभवन पहुंच गए।

शाह ने कहा था इन्हें बड़ा आदमी मैं बनाऊंगा

विष्णु देव साय के चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की थी कि आप इन्हें विधायक बनाइए, इन्हें बड़ा आदमी मैं बनाऊंगा। चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने कहा था कि विष्णुदेव जी हमारे अनुभवी कार्यकर्ता हैं, नेता हैं, सांसद रहे, विधायक रहे, प्रदेश अध्यक्ष रहे। एक अनुभवी नेता को भारतीय जनता पार्टी आपके सामने लाई है। आप इनको विधायक बना दो, उनको बड़ा आदमी बनाने का काम हम करेंगे।”

सरपंच से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर

विष्णुदेव साय का जन्म 21 फवरी 1964 में जशपुर जिले के बगिया गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई कुनकुरी स्थित लोयोला हायर सेकेंडरी स्कूल से की है। उनके दिवंगत दादा बुधनाथ साय 1947 से 1952 तक विधायक रह चुके हैं। उनके दिवंगत ताऊ नरहरि प्रसाद साय भी दो बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं। एक और ताऊ केदारनाथ साय भी विधायक रह चुके हैं।
उनका एक बेटा और दो बेटियां है।

मोदी सरकार में रहे हैं मंत्री

विष्णुदेव साय ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच के रूप में की थी। 1989 में साल भाजपा ने उन्हें तपकरा विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया और अविभाजित मध्यप्रदेश में 1990 में वे पहली बार विधानसभा पहुंचे। 1998 में उन्हें भाजपा ने फिर प्रत्याशी बनाया और विष्णुदेव साय ने फिर से जीत हासिल की। 1999 में उन्होंने रायगढ़ लोकसभा से चुनाव लड़ा और वे सांसद निर्वाचित हुए। 1999 से 2014 तक वे लगातार सांसद चुने गये। 2014 में उन्हें मोदी सरकार में पहली बार केंद्रीय इस्पात, खान, श्रम व रोजगार राज्य मंत्री की कमान सौंपी गई।

साय को माना जाता है कम बोलने वाला और बेहद विनम्र

विष्णुदेव साय इस समय कुनकुरी विधानसभा से चुने गए। यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि भाजपा इस बार आदिवासी समुदाय से किसी को मुख्यमंत्री बना सकती है। विष्णुदेव साय 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। इतना ही नहीं, साय की गिनती संघ के करीबी नेताओं में होती है। वह रमन सिंह के भी करीबी हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में साय को केंद्र में मंत्री बनाया गया, जिसके बाद इन्होंने संगठन पद के लिए पद से इस्तीफा दे दिया था। 26 साल की उम्र में ही पहली बार विधायक बनने वाले विष्णुदेव साय को कम बोलने वाला और बेहद विनम्र माने जाने वाला माना जाता है।

भाजपा को झारखंड व ओडिशा जैसे राज्यों में मिल सकता है लाभ

32 प्रतिशत आदिवासी जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ की विधानसभा में आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित 29 सीटों में से भाजपा ने 17 सीटों पर कब्जा किया था। उसके बाद माना जा रहा था कि किसी आदिवासी विधायक को भाजपा मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री बना सकती है। जिस सरगुजा संभाग से साय जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं, उस संभाग की सभी 14 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीत कर आए हैं। उसके बाद से ही विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाने का लाभ पड़ोसी राज्य झारखंड और ओडिशा में भी बीजेपी को मिल सकता है।

तीन बार लोकसभा सांसद रहे हैं साय

विष्णुदेव साय ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच के रूप में की थी। इसके बाद 1990 में निर्विरोध सरपंच चुने गए। 1990 में उन्होंने पहली बार जिले के तपकरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीतकर अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक बने। 1999 से 2014 तक लगातार तीन बार रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार में इन्हें केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री का उत्तरदायित्व दिया गया था। साय को संगठन में काम करने का भी लंबा अनुभव है। पार्टी ने उन्हें 2006 और 2020 में दो बार प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा। वर्तमान में विष्णुदेव साय भाजपा के राष्ट्रीय कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं।

इन नामों पर भी थी चर्चा

हालांकि उनके अलावा अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह, आईएएस से विधायक बने ओपी चौधरी और राज्य के पूर्व मंत्री रामविचार नेताम के नाम की भी चर्चा थी, लेकिन अंततः पार्टी ने विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगाई।

 

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