Weather Update: हरियाणा में कैथल समेत चार जिलों में ओलावृष्टि, 10 जिलों में झमाझम बारिश , अब कोहरे की चेतावनी

कैथल के गांव खानपुर में बारिश के साथ खूब ओले गिरे।
नरेन्द्र सहारण, कैथल : Weather Update: हरियाणा में शुक्रवार तड़के से मौसम में अचानक एक नया बदलाव देखने को मिला। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में, विशेषत: हिसार, भिवानी, फतेहाबाद और कैथल के गांवों में, दोपहर के समय ओलावृष्टि हुई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, ये परिवर्तन बंगाल की खाड़ी से आई पूर्वाई हवाओं के कारण हुए हैं। शुक्रवार की सुबह लगभग तीन बजे से ही हरियाणा के 10 जिलों में वर्षा का प्रारंभ हुआ। लगातार हो रही वर्षा और धूप की अनुपस्थिति के कारण, गुरुग्राम में दिन और रात का तापमान केवल 1.2 डिग्री सेल्सियस के अंतर में प्रतिबंधित रहा।
29 दिसंबर की सुबह से कोहरे की संभावना
मौसम के इस परिवर्तन के संकेत बताते हैं कि शनिवार को भी प्रदेश के उत्तर और दक्षिण पश्चिमी क्षेत्रों में वर्षा की सम्भावना बनी रहेगी। विशेष रूप से 29 दिसंबर की सुबह से कोहरे की स्थिति भी बनने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के बढ़ने से रात के तापमान में गिरावट आने के साथ ही ठंड की स्थिति भी बढ़ सकती है। इस वर्षा के बाद जहाँ एक ओर फसलों को लाभ होने की उम्मीद है, वहीं ओलावृष्टि के कारण सरसों की फसल को अधिक नुकसान होने की आशंका भी व्यक्त की गई है। इसके साथ ही पछेती गोभी, पछेता आलू, पछेती सरसों सभी फसलों को इस ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है।
ठंडी हवाएं जिम्मेदार
मौसम में आए इस बदलाव के पीछे पहाड़ों की ओर से आ रही ठंडी हवाएं जिम्मेदार हैं। इस प्रभाव के चलते रात का तापमान अपेक्षाकृत ज्यादा ठंडा हो गया है। एक विशेष बिंदु यह है कि 26 दिसंबर की रात से मौसम में परिवर्तन आना प्रारंभ हुआ, जब से पूर्वाई हवाएं चलने लगीं। नमी में वृद्धि के कारण सवेरे से ही वर्षा का आरम्भ हुआ, और विशेषज्ञों का मानना है कि यह बूंदाबांदी और वर्षा का मौसम शनिवार को भी जारी रह सकता है।
किसानों के बीच चिंता का माहौल
दक्षिण-पश्चिम हरियाणा में केवल छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है, जबकि उत्तर हरियाणा के कुछ हिस्सों में अधिक वर्षा होने की संभावना है। इस मौसम में फसलों की स्थिति को लेकर किसानों के बीच चिंता का माहौल देखा जा रहा है, खासकर सरसों की फसल को लेकर, जो ओलावृष्टि के कारण अधिक प्रभावित हो रही है।
सतर्क रहने की सलाह
शनिवार के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार हरियाणा के कई क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि और बढ़ सकती है। मौसम विभाग ने सभी किसानों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है, ताकि वे अपने खेतों और संपत्तियों को संभावित जोखिम से बचा सकें। साथ ही, किसान अपनी फसलों की देखभाल करें और आवश्यकता पड़ने पर उचित कदम उठाएं।
फसलों के लिए संकट
इस बीच हरियाणा के मौसम पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्षा सीजन के दौरान कृषि के लिए विशेष रूप से धान, गेहूं और सरसों की फसलों को सही मात्रा में पानी मिल सकेगा, जो कि उनकी वृद्धि के लिए आवश्यक है। हालांकि, ओलावृष्टि जैसा मौसम घटनाएं फसलों के लिए संकट भी उत्पन्न कर सकती हैं। इसलिए किसान भाईयों को सतर्क रहना आवश्यक है। गुरुग्राम जैसे शहरी क्षेत्रों में जहा अन्य मौसम की तुलना में यह एक विशेष स्थिति है, यहां की जीवनशैली और गतिविधियां इस मौसम परिवर्तन से प्रभावित हो सकती हैं। बारिश के कारण सड़कें गीली हो जाती हैं, जिससे ट्रैफिक में भी बाधा उत्पन्न होती है और लोग घर से बाहर निकलने में संकोच करते हैं।
स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना जरूरी
इस समय मौसम परिवर्तन में स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना ज़रूरी है। ठंड का बढ़ता असर और नमी के कारण फ्लू या जुकाम जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि वे स्वच्छता का ध्यान रखें और खुद को गर्म रखें, खासतौर पर बच्चे और बुजुर्ग।
हरियाणा की मौसम गतिविधियों के साथ ग्रामीण और शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों को स्थानीय मौसम की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए। भविष्य के लिए आवश्यक कदम उठाते हुए आगामी दिनों में और अधिक बारिश की संभावना को देखते हुए तैयार रहना ज़रूरी है। कुल मिलाकर, हरियाणा की मौसमी परिस्थितियाँ आज और भविष्य में कृषि, स्वास्थ्य, और जनजीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाली हैं।