मल्टीपल स्क्लेरोसिस पीड़ितों के लिए लो फैट डाइट लाभदायक, जानें- क्या है यह बीमारी
नई दिल्ली, एजेंसी: भारतवंशी शोधकर्ता के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में सामने आया है कि अगर भोजन में फैट (वसा) की मात्रा कम कर दी जाए तो यह मल्टीपल स्क्लेरोसिस जैसी गंभीर बीमारी में लाभदायक साबित हो सकती है। इसके कारण उनमें थकान की समस्या को कम किया जा सकता है। मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) सेंट्रल नर्वस सिस्टम से संबंधित एक बीमारी है। इसमें दिमाग और स्पाइनल कार्ड पर प्रभाव पड़ता है।
अमेरिका के ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी में न्यूरोलाजी के प्रोफेसर विजयश्री यादव का कहना है कि एमएस पीड़ितों को थकान के कारण रोजमर्रा के छोटे मोटे कार्यों को पूरा करने में भी परेशानी पैदा होती है। लेकिन ऐसा देखा गया कि अगर एमएस पीड़ित कम फैट वाला भोजन ले, तो यह उसके लिए फायदेमंद होता है। इससे थकान में कमी आती है। यह उनके जीवन की गुणवत्ता पर भी असर डालता है। यह शोध मल्टीपल स्क्लेरोसिस जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
शोधकर्ताओं ने इस बीमारी से पीड़ित 39 मरीजों को अध्ययन में शामिल किया था। इन्हें दो समूहों में बांटा गया। इनमें से 19 लोगों को कम फैट वाला भोजन दिया गया। सभी के स्वास्थ्य पर 16 सप्ताह तक नजर रखी गई। इसमें कम फैट का प्रयोग करने वालों के थकान की समस्या में साफ तौर पर कमी देखी गई। इस कार्यक्रम में किसी भी तरह का व्यायाम शामिल नहीं था। यह पूर्ण रूप से डाइट पर आधारित था।