कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इस दिन तक खत्म हो जाएगा मुख्यमंत्री को लेकर असमंजस
भोपाल, बीएनएम न्यूज। विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर चल रही तमाम चर्चाओं के बीच भाजपा महासचिव और इंदौर-एक से नवनिर्वाचित विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि रविवार (10 दिसंबर) को असमंजस खत्म हो जाएगा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल अपने नाम को लेकर मीडिया से चर्चा में गुरुवार को उन्होंने कहा कि अभी एक दर्जन नाम चल रहे हैं। मेरा नाम चलाने के लिए आप सभी का धन्यवाद। मेरे पास बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। अभी मैं राष्ट्रीय महामंत्री हूं।
मोदी मैजिक चला और सारी योजनाएं चलीं
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा नहीं कहा कि लाड़ली बहना नहीं, मोदी मैजिक चला, आप इसमें सुधार कीजिए। मैंने कहा था कि मोदी मैजिक चला और सारी योजनाएं चलीं। प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना भी चली। योजनाओं का गुलदस्ता होता है, उस गुलदस्ते में एक फूल लाड़ली बहना योजना का भी था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति और उनका नेतृत्व सबसे भारी था। क्या लाड़ली बहना योजना छत्तीसगढ़ में या राजस्थान में थी? छत्तीसगढ़ की विजय तो बहुत बड़ी है। सिर्फ और सिर्फ पीएम नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड़्डा की मतदान केंद्र और पन्ना प्रमुख की कारगर योजना के कारण तीनों राज्यों में भाजपा के पक्ष में परिणाम आए हैं।
नए सीएम के लिए बैठकों का दौर जारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह की गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बैठक हुई। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री उम्मीदवारों का केंद्रीय नेतृत्व से मिलने जुलने का दौर जारी रहा। इसमें सबसे अहम वसुंधरा राजे का दिल्ली आना रहा। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। सीएम के लिए चर्चाओं में चल रहे बाबा बालकनाथ ने भी अमित शाह से मुलाकात की। तोमर ने भी शाह से मुलाकात की। भाजपा इन तीनों राज्यों के जरिए राष्ट्रीय समीकरण भी साधन चाहती है और लंबे समय के लिए इन राज्यों में एक दिशा भी देना चाहती है। आदिवासियों ने भी भाजपा की ओर रुख किया है और ऐसे में आदिवासी राज्य छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा का आदिवासी चेहरा हो सकता है। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग से आते हैं, इसीलिए वहां मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के जरिये समीकरण साधे जाएंगे। राजस्थान में संभवतः राजपूत मुख्यमंत्री हो। बताया जाता है कि शनिवार तक पर्दा हट जाएगा।