Kaithal News: सोनिया रानी बनी कैथल जिला परिषद की उपाध्यक्ष, सर्वसम्मति से हुआ चुनाव

नरेन्द्र सहारण, कैथल: Kaithal News: कैथल जिला परिषद में अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद गुरुवार को उपाध्यक्ष का चुनाव भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस चुनाव में भाजपा का समर्थन प्राप्त पार्षद सोनिया रानी को सर्वसम्मति से जिला परिषद कैथल का उपाध्यक्ष चुना गया। जिले की राजनीत में यह घटना महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह भाजपा के लिए एक बड़ी जीत का प्रतीक है।
सर्वसम्मति से चुनाव
जिला परिषद चुनाव में 21 पार्षदों में से 19 ने मतदान में भाग लिया। नामांकन के बाद, सभी सदस्यों ने सोनिया के नाम पर सहमति प्रकट की, जिससे मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी। वार्ड नंबर 10 से पार्षद सोनिया ने अपनी जीत के बाद कहा, “मैं क्षेत्र के विकास और जनता की भलाई के लिए पूरी निष्ठा से काम करूंगी।”
चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता
उपाध्यक्ष के इस चुनाव में ईवीएम का प्रयोग किया गया ताकि प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके। प्रशासन ने सभी आवश्यक सुरक्षा इंतजाम किए ताकि चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके। जिला परिषद चुनाव के दौरान यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी प्रक्रियाएँ सुव्यवस्थित हों, सुरक्षा एवं प्रशासन ने कड़े कदम उठाए।
चार संभावित नामों में से एक की सहमति
उपाध्यक्ष पद के लिए चार पार्षदों के नाम सामने आए थे, जिनमें वार्ड नंबर पांच से पार्षद कमलेश रानी, वार्ड नंबर सात से कमलेश, वार्ड नंबर 10 से सोनिया रानी और वार्ड नंबर 18 से मैनेजर कश्यप शामिल थे। हालांकि, सभी सदस्यों के बीच सहमति न बनने की वजह से चुनाव को स्थगित करने की बात चली। लेकिन अंततः सोनिया रानी के नाम पर सहमति बन गई और उन्हें उपाध्यक्ष चुना गया।
चुनाव के पीछे का राजनीतिक संदर्भ
यह ध्यान देने योग्य है कि इस चुनाव से पहले जिला परिषद के अध्यक्ष पद पर दीपक मलिक जाखौली की नियुक्ति जनवरी 2023 में हुई थी। उनका कार्यकाल नवंबर 2023 तक था, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद 30 नवंबर को कर्मवीर कौल को नया चेयरमैन नियुक्त किया गया। उनके चेयरमैन बनने के बाद उपाध्यक्ष का पद रिक्त हो गया था, जिसे अब सोनिया द्वारा भरा गया है।
प्रशासन की भूमिका
चुनाव से पहले जिला प्रशासन की तरफ से सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई थीं। जिला परिषद की डिप्टी सी.ई.ओ रितु लाठर ने बताया कि सभी पार्षदों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई थी और सुबह 12 बजे चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी करवाई जाएगी ताकि चुनाव की पारदर्शिता बनी रहे।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
भाजपा समर्थित पार्षदों द्वारा सोनिया की चयन पर समर्थन अभिव्यक्त करते हुए स्थानीय राजनीति में उनके कार्यों की सराहना की गई। वहीं, विपक्षी दलों ने चुनाव प्रक्रिया पर प्रश्न उठाते हुए पारदर्शिता की कमी पर जोर दिया। उन्होंने चुनाव में कुछ और विकल्पों पर विचार करने की आवश्यकता बताई, जिससे सभी दलों को समान अवसर मिले और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान हो।
जनता की प्रतिक्रियाएं
सोनिया की चुनावी जीत के बाद स्थानीय जनता में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ नागरिकों ने खुश होकर कहा कि सोनिया के नेतृत्व में क्षेत्र का विकास होगा, जबकि कुछ ने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकताएं जनता के मुद्दों से समझौते नहीं करना चाहिए।
भविष्य की योजनाएं
चुनाव जीतने के बाद सोनिया रानी ने इलाके में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्थानीय आधारभूत संरचनाओं में सुधार लाने के लिए कठोर परिश्रम करेंगी। अगले कुछ महीनों में, वे जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझने और समाधान के लिए प्रयास करेंगे।
योजनाओं और कार्यों पर निगाहें
कैथल जिला परिषद में उपाध्यक्ष पद का चुनाव निश्चित रूप से भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है और यह भाजपा की मजबूती को दर्शाता है। सोनिया रानी की अगुवाई में परिषद से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने कार्यकाल में विकास की दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाएंगी। इस चुनाव के परिणाम ने कैथल की राजनीतिक स्थिति को नए सिरे से आकार दिया है, और सभी की निगाहें अब उनकी योजनाओं और कार्यों पर रहेंगी।