Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या पर महाकुंभ आने वाले श्रद्धालु जान लें प्रशासन का पूरा प्लान, किसे किधर जाना है स्थान के लिए

महाकुंभनगर, बीएनएम न्यूजः महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण मौनी अमावस्या का स्नान 29 जनवरी को है। अनुमान के विपरित शनिवार से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं महाकुंभ में आ रहे हैं। इसे देखते हुए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित कर सुविधा पूर्वक स्नान के लिए जो जोनल प्लान तैयार किया था, उसे मजबूरन दो दिन पहले सोमवार से ही लागू कर दिया गया।

इस प्लान के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित करते हुए मेला क्षेत्र में गाड़ियों के प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। अलग-अलग मार्गों से ट्रेन, बस, निजी साधन या फिर हवाई मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान का प्रबंध उसी दिशा की ओर के घाटों पर किया गया है, जिस ओर से श्रद्धालु आएंगे।

इन स्थानों पर रुकेंगी बसें

● पूर्वांचल गोरखपुर, आजमगढ़ की ओर से आने वाली बसें झूंसी कटका में बनी अस्थायी बस अड्डे पर रुकेंगी। यहां से शटल बसें मिलेंगी लेकिन ये केवल अंदावा मोड़ तक आएंगी। वहां से पैदल ही आना होगा। ई-रिक्शा व ऑटो भी नहीं मिलेगा।

● वाराणसी रूट बनारस रूट से आने वालीं बसें झूंसी अंदावा के पास बने अस्थायी बस स्टेशन तक आएंगी। यहां से पैदल ही यात्रियों को संगम या अन्य नजदीकी स्नान घाट तक आना होगा।

● दिल्ली व कानपुर दिल्ली या कानपुर रूट से आने वाली बसों को नेहरू पार्क बस स्टेशन में उतारा जाएगा। यहां से शटल बसें सिविल लाइंस या हिन्दू हॉस्टल तक मिल जाएंगी। वहां से पैदल ही संगम जाना होगा।

महाकुंभ प्रयागराज में उमड़ी भीड़

● लखनऊ-रायबरेली लखनऊ, रायबरेली, अयोध्या मार्ग से बस से आने वाले यात्री फाफामऊ स्थित बेला कछार बस स्टेशन पर उतरेंगे। यहां से शटल बसें इविवि बैंक रोड तक आएंगी। वहां से पैदल ही जाना होगा।

● विंध्याचल व मिर्जापुर विंध्याचल व मिर्जापुर मार्ग से आने वाली बसें नैनी स्थित सरस्वती हाईटेक सिटी बस स्टेशन में रुकेंगी। वहां से शटल बसें केवल लेप्रोसी मोड़ के लिए मिलेंगी। वहां से अरैल घाट नजदीक होगा। संगम आने के लिए नए यमुना पुल को पार कर पैदल ही आना होगा।

● बांदा-चित्रकूट बांदा व चित्रकूट की ओर से आने वाली बसें नैनी स्थित लेप्रोसी मिशन सेवा बस स्टेशन में आएंगी। मध्य प्रदेश की बसें भी यहीं से मिलेंगी। यहां से भी केवल लेप्रोसी तक या टेंट सिटी तक शटल बसें चलेंगी। वहां से अरैल घाट तक पैदल ही जाना होगा।

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रीवा चित्रकूट मार्ग

मध्य प्रदेश या चित्रकूट की ओर से आने वाले श्रद्धालु मामा भांजा तालाब, दांडी तिराहा, टीसीआई मोड़, खान चौराहा एग्रीकल्चर पार्किंग, नवप्रयागम पार्किंग और गंजियाग्राम पार्किंग तक आएंगे। यहां से पैदल अरैल जाएंगे।

कानपुर- कौशाम्बी मार्ग

कानपुर-फतेहपुर, कौशाम्बी की ओर से आने वाली निजी गाड़ियां धूमनगंज नेहरू पार्क में बनी पार्किंग में खड़ी होंगी। यहां सिटी बस से सिविल लाइंस या हिन्दू हॉस्टल तक आ सकते हैं। वहां से पैदल ही संगम की ओर जाना होगा।

लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग

लखनऊ-प्रतापगढ़ से आने वाले यात्रियों की गाड़ियां मंडलायुक्त कार्यालय मजार चौराहा, आईईआरटी फ्लाई ओवर, आईईआरटी पार्किंग तक आ सकती हैं। लेकिन अगर ये पार्किंग फुल हो गईं तो बेली कछार में ही गाड़ियां रोक दी जाएंगी। वहां से शटल बस से बैंक रोड तक आ सकते हैं।

मिर्जापुर मार्ग

मिर्जापुर से आने वाली गाड़ियां रज्जू भैया सिटी पार्किंग, टेंट सिटी पार्किंग, सरस्वती हाईटेक और ओमेक्स पार्किंग तक आएंगी। यहां से सीधे अरैल संगम घाट पैदल जा कर स्नान कर सकते हैं। इस रूट से संगम जाने के लिए नैनी पुल पार करने के लिए पैदल के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।

जौनपुर मार्ग

जौनपुर मार्ग से स्नान करने के लिए निजी वाहन से आ रहे हैं तो सहसों चौराहे से आगे बढ़ते ही रवई गारापुर तिराहा, गारापुर रोड चीनी मिल पार्किंग मिलेगी। इसके आगे पूरे सूरेदास, बदरा सोनौटी उत्तरी-दक्षिणी पार्किंग, समयामाई पार्किंग से सीधे पैदल ओल्ड जीटी संगम घाट सेक्टर नंबर पांच तक आ सकते हैं।

वाराणसी मार्ग

वाराणसी रूट से आने वालों को हनुमानगंज हबुसा मोड़, कनिहार मोड़, कनिहार अंडरपास चमनगंज, उस्तापुर पार्किंग तक आने को मिलेगा। यहां से ऐरावत संगम घाट तक पैदल जा सकते हैं। सात किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ सकता है।”

 स्टेशनों पर लागू होगी विशेष व्यवस्था

महाकुम्भ में त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने प्रति दिन लाखों, करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आ रहे हैं। महाकुम्भ में अब तक 13 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। आगमी 29 जनवरी को महाकुम्भ के सबसे बड़े अमृत स्नान मौनी अमावस्या की तैयारी हो रही है।

मौनी अमावस्या के पर्व पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रयागराज रेल मण्डल ने भी विशेष प्रबंध किये हैं। मौनी अमावस्या पर्व के दिन प्रयागराज रेल मण्डल ने शहर के सभी स्टेशनों पर यात्रियों के आने और जाने के लिए विशेष योजना बनाई है।

प्रयागराज जंक्शन पर प्रवेश और निकास की विशेष व्यवस्था

मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर लगभग 10 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। 25 जनवरी से ही लगभग 1 करोड़ यात्री प्रतिदिन महाकुम्भ में आने लगे हैं। इतनी भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनकी सुगम निकासी के लिए प्रयागराज रेल मण्डल ने शहर के सभी स्टेशनों के लिए विशेष योजना और कुछ प्रतिबंध लागू किये हैं।

ये प्रतिबंध मौनी अमावस्या के स्नान पर्व के एक दिन पहले और दो दिन बाद तक लागू रहेंगे। मौनी अमावस्या के स्नान पर्व के दिन प्रयागराज जंक्शन पर प्रवेश केवल सिटी साइड, प्लेटफ़ॉर्म नं.-1 की ओर से दिया जाएगा। निकास केवल सिविल लाइंस साइड, प्लेटफार्म न. 6 की ओर से होगा।

आरक्षित यात्रियों, जिनका पहले से टिकट रिजर्व है उन्हें सिटी साइड के गेट नंबर 5 से अलग से प्रवेश दिया जाएगा। जबकि अनारक्षित यात्रियों को दिशावार कलर कोडेडे आश्रय स्थलों के माध्यम से प्रवेश कराया जाएगा।

टिकट के लिए आश्रय स्थलों में ही अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम और मोबाइल टिकटिंग की व्यवस्था रहेगी। भीड़ के अतिरिक्त दबाव का प्रबंधन करने के लिए खुसरो बाग में 1 लाख लोगों के ठहरने के लिए होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है।

नैनी, छिवकी, सूबेदारगंज स्टेशनों के लिए विशेष कार्य योजना

मौनी अमावस्या पर्व पर नैनी जंक्शन में प्रवेश केवल स्टेशन रोड से और निकास केवल मालगोदाम की ओर से होगा। आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर 2 से अलग से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्रवेश केवल प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से और निकास केवल जी.ई. सी नैनी रोड की ओर से होगा।

आरक्षित यात्री गेट नंबर 2 से प्रवेश करेंगे। सूबेदारगंज स्टेशन में प्रवेश झलवा, कौशाम्बी रोड की ओर से होगा जबकि निकास केवल जी.टी. रोड की ओर होगा। आरक्षित यात्री गेट नंबर 3 से प्रवेश करेंग। अनारक्षित यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों पर दिशावार कलर कोडेड आश्रय स्थल बनाये गये हैं।

जहां से यात्रियों को उनके जाने के गंतव्य स्टेशन के मुताबिक आश्रय स्थलों में अलग-अलग कलर के टिकट के हिसाब से प्लेटफार्म में पहुंचाया जाएगा। जहां से नियमित और मेला स्पेशल ट्रेनों से यात्रियों को उनके गंतव्य स्टेशनों तक पहुचांया जाएगा।

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