MP CM Mohan Yadav Profile: संघ में अच्छी पकड़, दिग्गजों को पछाड़कर मोहन यादव को भाजपा ने बनाया एमपी का सीएम
भोपाल, बीएनएम न्यूज। (Madhya Pradesh CM) मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक दल की बैठक में सीएम के चेहरे का ऐलान हो गया है। मोहन यादव (Mohan Yadav) एमपी के नए सीएम होंगे। भाजपा ने इनके नाम की घोषणा से सभी को चौंका दिया है, मोहन यादव ओबीसी चेहरा हैं। वह उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं। भाजपा के संगठन और संघ में उनकी अच्छी पकड़ है। मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद उन्होंने शिवराज सिंह चौहान का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मोहन यादव के नाम की कहीं चर्चा भी नहीं थी। आइये जानते हैं मोहन यादव के बारे में।
कौन हैं मोहन यादव
58 वर्षीय डा. मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को हुआ है। दो पुत्र और एक पुत्री है। बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल की है। 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय में पहली बार छात्र संघ के सह सचिव चुने गए थे। 1984 में अखिल भारती विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री बने थे। 1986 में वह विभाग प्रमुख बने थे। 1988 में मोहन यादव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सह मंत्री बन गए थे। 1991-92 में मोहन यादव राष्ट्रीय मंत्री बने थे। इसके बाद उन्होंने संघ से भी जुड़कर लंबे समय तक काम किया है। वह 2004 से पहले 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे हैं, जबकि 2011 से 2013 तक एमपी राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है।
लगातार तीसरी बार चुने गए विधायक
वहीं, 2013 में पहली बार मोहन यादव विधायक बने थे। वह लगातार तीन बार विधायक चुने गए हैं। उन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव में 95699 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के चेतन प्रेमनारायण यादव को 82758 वोट मिले थे। उनकी 12941 वोटों से जीत मिली। पार्टी ने उन्हें बड़ा जिम्मेदारी दे दी है। जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री के चयन में संघ की पसंद का ख्याल रखा गया है। संघ में मोहन यादव की अच्छी पकड़ है। वह जमीनी स्तर के नेता रहे हैं। हालांकि अपने बयानों की वजह से मोहन यादव कई बार चर्चा में रहे हैं।