एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने रबी मौसम के लिए छठे फसल बीमा सप्ताह जागरूकता अभियान की घोषणा की
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। भारत की प्रमुख सामान्य बीमा कंपनी एसबीआई जनरल ने 2023-24 में आगामी रबी मौसम के लिए छठे फसल बीमा सप्ताह जागरूकता अभियान की घोषणा की है। यह साप्ताहिक कार्यक्रम इस फसल बीमा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए तैयार किया गया है। यह किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के बारे में जानकारी देकर फसलों पर उनके निवेश को सुरक्षित रखने में सशक्त बनाता है। इस अभियान के तहत कंपनी, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, ओडिशा, असम और कर्नाटक राज्यों में अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन करेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के अंतर्गत इन राज्यों को यह आवंटित किया गया है।
अभियान के तहत किया जाएगा किसानों को जागरुक
किसानों के लिए जागरूकता फैलाने वाली ढेर सारी गतिविधियां, पीएमएफबीवाई की व्यापक समझ और भागीदारी सुनिश्चित करती है। इसके तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में पीएमएफबीवाई की जानकारी के सीधे प्रसार के लिए वैन अभियान, फसल बीमा पाठशाला (किसान कार्यशाला), बाइक रैलियां, आउटडोर विज्ञापन, बस ब्रांडिंग गतिविधियां, स्कूल और कॉलेजों में शैक्षिक कार्यशालाएं और महिला किसानों के लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। किसानों में जागरूकता बढ़ाने के लिए एसबीआई जनरल क्षेत्रीय भाषा में विज्ञापन संबंधी सामग्री का भी वितरण करेगी। इस अभियान में क्रिएटिव, वीडियोज, किसानों के प्रशंसापत्र जैसी चीजें भी शामिल होंगी।
फसल का बीमा कराने के महत्व पर जोर
रबी मौसम के लिए जनरल बीमाकर्ता, धान, गेहूं, चना, मूंगफली, फलियों, मक्का, सरसों, ज्वार आदि पर कवरेज उपलब्ध कराएगी। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ किशोर कुमार पोलुदासु का कहना है कि हमें सप्ताहभर चलने वाले इस अभियान के लॉन्च की घोषणा करके खुशी हो रही है। इसमें फसल का बीमा कराने के महत्व पर जोर दिया गया है। यह पहल देश की कृषि का आधार हमारे किसानों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम सब साथ मिलकर दृढ़ता विकसित करते हैं, खुशियों के बीज बोते हैं और रबी मौसम में भारतीय किसानों के साथ डटकर खड़े रहते हैं। अपने देश का पेट भरने वाले इन हाथों को सुरक्षित करने का यह हार्दिक संकल्प है। इस साझेदारी और जागरूकता के जरिए हमारा लक्ष्य अपने किसानों को एक खुशहाल और सुरक्षित कल देना है। इससे स्थाई तौर पर उनकी समृद्धि और खुशहाली सुनिश्चित हो पाएगी।“