Sukhdev Singh Gogamedi Murder: लगातार ठिकाना बदलते रहे शूटर, जानें कैसे मिली पुलिस को कामयाबी
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी लगातार ठिकाना बदलते रहे और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच उनका लगातार पीछा करती रही थी। अंतत: राजस्थान और दिल्ली पुलिस के बेहतर समन्वय से दोनों शूटर जल्द दबोच लिए गए। हत्या के दौरान दोनों की तस्वीरें गोगामेड़ी की कोठी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थीं। जयपुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर फुटेज से दोनों की तस्वीरें निकाल त्वरित जांच शुरू कर दी थी। कुछ ही घंटे में पुलिस को गोगामोड़ी के करीबी नवीन शेखावत के फोन से शूटरों के नंबर भी मिल गए, लेकिन वे बंद मिले।
दिल्ली भागने सूचना पर राजस्थान पुलिस ने क्राइम ब्रांच को दी थी जानकारी
आगे की जांच से पता चला कि वारदात के बाद दोनों ने घटनास्थल से कुछ दूर जाकर टैक्सी ली और वहां से डीडवाना गए। वहां बस अड्डे में दोनों दिल्ली आने वाली एक बस में सवार हो गए थे। वहां के सीसीटीवी में भी दोनों की तस्वीरें कैद मिलीं, जिसके बाद राजस्थान क्राइम ब्रांच के एडीजी दिनेश एमएन ने तुरंत दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव को इसकी जानकारी दी। दोनों बैचमेट हैं। बस के नंबर की भी जानकारी दी गई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीमें पांच दिसंबर की रात दिल्ली की सीमा पर पहुंच गई। बस को रोक कर जांच की गई तो दोनों उसमें नहीं मिले।
हिसार में इनके करीबी उधम सिंह के बारे में जानकारी मिली
यात्रियों से पूछताछ से पता चला कि डीडवाना में सवार हुए दो युवक धारुहेड़ा में उतरे थे। पुलिस टीम को धारुहेड़ा भेजा गया। वहां काफी जांच पड़ताल से पता चला कि दोनों रेवाड़ी रेलवे स्टेशन की तरफ गए हैं। वहां भी उनके सीसीटीवी फुटेज मिल गए। जांच करते हुए पुलिस जब हिसार रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तब दोनों वहां बाहर निकलते हुए दिखाई दिए, लेकिन उसके बाद पुलिस को जानकारी नहीं मिल रही थी कि शूटर किधर गए। स्थानीय लोगों से पूछताछ और जयपुर पुलिस से संपर्क साधने पर हिसार में इनके करीबी उधम सिंह के बारे में जानकारी मिली।
पुलिस टीमें शिमला, मंडी, कुल्लू मनाली और कांगड़ा भेजी गईं
पुलिस जब उसके घर पहुंची, तब उधम सिंह भी गायब मिला और उसका मोबाइल भी बंद था। इसके बाद शक और गहरा गया। वहां पता चला कि वह हिमाचल प्रदेश गया है। इस पर पुलिस टीमें शिमला, मंडी, कुल्लू मनाली और कांगड़ा भेजी गईं। मनाली के एक होटल से पता चला कि तीनों युवक वहां से चंडीगढ़ की तरफ गए हैं, जिसके बाद एक टीम को वहां भेजा गया। शनिवार शाम तीनों आटो से सेक्टर-22 स्थित कमल रिसार्ट आकर फर्जी आइडी पर वहां ठहरे हुए थे। उधम सिंह ने बुकिंग के लिए अपना मोबाइल आन किया था। लोकेशन मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने वहां पहुंच तीनों को दबोच लिया।