KIFF: एक्ट्रेस अदिति राव हैदरी ने कहा, फिल्म में सबसे अधिक कहानी और चरित्र का महत्व

कोलकाता, बीएनएम न्यूज। Aditi Rao Hydari: सिनेमा एक अनुभूति है, जिसकी कोई सीमा नहीं है। इसे भाषा, क्षेत्र अथवा लिंग के दायरे में बांधकर नहीं रखा जा सकता। फिल्म की कहानी और चरित्र आपको क्या अनुभूति कराते हैं, यह सबसे अधिक मायने रखता है। 29वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF)  में शिरकत करने आईं जानी-मानी अभिनेत्री अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari) ने ये विचार व्यक्त किए।

अभिनेत्री ने कहा कि फिल्म महोत्सवों का विशेष महत्व

 

हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषाओं की फिल्मों में काम कर चुकीं अदिति ने कहा कि मैं भारतीय सिनेमा का हिस्सा बनकर खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं। भारत विविधताओं का देश है। यहां बहुत सी भाषाएं हैं और उन भाषाओं में बयां करने के लिए ढेर सारी कहानियां। अदिति फिल्म महोत्सवों के आयोजन को बहुत जरूरी मानती हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म महोत्सवों का विशेष महत्व है। यहां सिनेमा से परिपूर्ण ऊर्जा मिलती है। आप खुद को बेहतरीन कलाकारों, साहसिक फिल्मकारों व दूरदर्शिता वाले लोगों के बीच पाते हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

भविष्य में बांग्ला फिल्में भी करना चाहूंगी

अदिति बांग्ला फिल्मों में भी काम करने की इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में बनने वाली फिल्मों की पूरी दुनिया में चर्चा होती है। उन्हें हर जगह प्यार मिलता है। मैंने कई भाषाओं की फिल्मों में काम किया है। भविष्य में बांग्ला फिल्में भी करना चाहूंगी। अपनी आने वाली मूक फिल्म ‘गांधी टाक्स’ के बारे में उन्होंने कहा कि मूक फिल्मों की भाषा बहुत भिन्न होती है। यहां आप सांकेतिक भाषा के जरिए नहीं बल्कि परिस्थितियों के जरिए बातचीत करते हैं। इस फिल्म में काम करना मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। मुझे इसमें कई बड़े कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला, विशेषकर विजय सेतुपति जैसे अविश्वसनीय अभिनेता। यह ऐसी फिल्म है, जिसमें निर्देशक की दूरदर्शिता झलकती है।

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