Haryana Politics: संकट के बीच हरियाणा सरकार ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई, विधानसभा सेशन बुलाने की तैयारी; राजभवन पहुंचे कांग्रेस विधायक

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana Politics: हरियाणा में बहुमत के संकट के बीच सरकार ने 15 मई को कैबिनेट की मीटिंग बुला ली है। सरकार के सूत्रों के मुताबिक इसमें विधानसभा सत्र बुलाने का ऐलान किया जा सकता है। जिसमें सीएम नायब सैनी की अगुआई वाली BJP सरकार बहुमत हासिल करेगी। वहीं कांग्रेस विधायक दल नेता भूपेंद्र हुड्‌डा ने गवर्नर को पत्र लिखकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार के पास बहुमत नहीं बचा हुआ है।

कांग्रेस को गवर्नर से मुलाकात का समय नहीं मिला

वहीं भाजपा सरकार के संकट के बीच सियासी ड्रामा शुरू हो गया है। शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल उपनेता आफताब अहमद की अगुआई में चंडीगढ़ राजभवन पहुंचा। यहां मुलाकात से पहले ही गवर्नर निकल गए। कांग्रेस को गवर्नर से मुलाकात का टाइम नहीं मिला था। कांग्रेस विधायक दल के डिप्टी लीडर आफताब अहमद और चीफ व्हिप बीबी बत्रा ने राजभवन में अपना ज्ञापन सौंप दिया है। इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार के पास बहुमत न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से पूर्व सीएम मनोहरलाल की जेड प्लस सिक्योरिटी हटाने पर की भी मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है।

भाजपा का नया सियासी खेल

वहीं हरियाणा में अल्पमत में आई सरकार को बचाने के लिए भाजपा ने नया खेल तैयार कर लिया है। भाजपा के करीबी सूत्रों के मुताबिक सरकार को गिरने से रोकने के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) के 3 बागी विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इनमें देवेंद्र बबली, रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग शामिल हो सकते हैं।

विधानसभा चुनाव से टिकट मिलने की संभावना

 

इसके बदले में तीनों विधायकों को 6 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिल सकती है। हालांकि, औपचारिक तौर पर बागी JJP विधायक या भाजपा की तरफ से इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया है।

पानीपत में बनाई गई रणनीति

सूत्रों के मुताबिक, यह सारी रणनीति बीते गुरुवार को पानीपत में पूर्व CM मनोहर लाल खट्‌टर के साथ ही बैठक के बाद तैयार की गई है। इसमें यह चर्चा हुई कि अगर फ्लोर टेस्ट या अविश्वास प्रस्ताव आता है तो फिर विपक्ष के गणित को फेल करने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है। चूंकि हरियाणा विधानसभा में भाजपा के ही स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता हैं तो तीनों विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके बाद हरियाणा विधानसभा में 88 में से 85 विधायक बचेंगे और भाजपा का समूचे विपक्ष से एक विधायक ज्यादा हो जाएगा।

पूर्व CM ने सरकार बनाने से इनकार किया

वहीं पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि सवाल हमारा सरकार बनाने का नहीं है, सरकार के लिए सिर्फ 3 महीने ही बचे है। सवाल ये है कि अब सरकार अल्पमत में है। भाजपा नंबर साबित करे, विधायकों की परेड कराएं। उन्होंने दावा किया कि अभी 45 विधायक सरकार के खिलाफ हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने दिल्ली में कहा कि भाजपा सरकार बचाने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग कर सकती है। इसलिए फ्लोर टेस्ट होना चाहिए। सरकार को बहुमत साबित करना चाहिए। यदि नहीं करते हैं तो राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। राष्ट्रपति शासन लगेगा तो हॉर्स ट्रेडिंग नहीं होगी।

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