नवजात की गर्भनाल देर से काटने पर घट जाती है मौत की आशंका

नई दिल्ली, एजेंसी: सामान्य रूप से हम देखते हैं कि बच्चे के पैदा होने के तुरंत बाद गर्भनाल काट दी जाती है। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि समय पूर्व पैदा होने वाले बच्चों की गर्भनाल यदि दो मिनट या इससे अधिक समय बाद काटी जाए तो तुलनात्मक रूप से उनकी मौत का जोखिम आधे से अधिक घट जाता है।
लैंसेट में हाल ही में प्रकाशित दो अध्ययनों में सौ से अधिक अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं ने समय पूर्व पैदा हुए नौ हजार बच्चों के डाटा का क्लीनिकल परीक्षण कर यह निष्कर्ष निकाला है। अध्ययन में पाया गया कि देर से गर्भनाल काटने पर बच्चे के शरीर में रक्त का संचार बढ़ जाता है और बच्चे के फेफड़े हवा से भर जाते हैं। यह नवजात में श्वसन प्रक्रिया को आसान कर देती है। आस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी के एनएचएमआरसी क्लीनिकल ट्रायल सेंटर की डा. अन्ना लेन सैडलर ने बताया कि दुनिया में हर साल 1.3 करोड़ बच्चे समय पूर्व जन्म लेते हैं और दुर्भाग्यवश इनमें से 10 लाख की जन्म के कुछ समय बाद ही मौत हो जाती है।
डा. अन्ना ने कहा कि हमारा अध्ययन इसके साक्ष्य उपलब्ध कराता है कि यदि समय पूर्व जन्म लेने वाले बच्चों की गर्भनाल देर से काटी जाए तो तुलनात्मक रूप से उनकी मौत का जोखिम कम हो जाता है। यदि समय पूर्व जन्मे बच्चे की गर्भनाल पैदा होने के 30 सेकेंड या इससे अधिक समय बाद काटी जाती है तो जन्म के तुरंत बाद गर्भनाल काट दिए जाने वाले बच्चों की अपेक्षा इनकी मौत की आशंका एक तिहाई कम हो जाती है।

You may have missed